आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार हरमीत सिंह संधू ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा नशों के खात्मे के लिए छेड़ी गई जंग “युद्ध नशे के विरुद्ध” की पुरजोर सराहना करते हुए कहा है कि ‘आप’ सरकार की इच्छाशक्ति के कारण आज नशा तस्करों की जड़ें हिल गई हैं। उन्होंने कहा कि सिर्फ 247 दिनों में 35,065 नशा तस्करों की गिरफ्तारी यह साबित करती है कि मान सरकार पंजाब को नशा मुक्त करने के अपने वादे के प्रति पूरी तरह गंभीर और प्रतिबद्ध है।
यहां जारी एक बयान में, हरमीत सिंह संधू ने पंजाब पुलिस की कार्रवाई के ताज़ा आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि 247वें दिन की कार्रवाई बेहद सराहनीय है। 55 गजेटेड अधिकारियों की सख्त निगरानी में 800 से अधिक पुलिस कर्मचारियों वाली 100 से अधिक टीमों द्वारा राज्य भर में 295 ठिकानों पर छापेमारी करना, 289 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच करना और एक ही दिन में 60 एफआईआर दर्ज करके 63 नशा तस्करों को काबू करना ‘आप’ सरकार की “ज़ीरो टॉलरेंस” नीति को दर्शाता है। इस दौरान 332 ग्राम हेरोइन और 5623 नशीली गोलियों की बरामदगी दर्शाती है कि पुलिस तस्करों की सप्लाई लाइन को तोड़ रही है।
‘आप’ उम्मीदवार ने पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि यह वही पंजाब पुलिस है, लेकिन पहले की अकाली-भाजपा और कांग्रेस सरकारों की नीयत साफ नहीं थी। उनके राजनीतिक संरक्षण में नशा तस्कर फलते-फूलते रहे और पंजाब की जवानी को बर्बाद करते रहे। लेकिन अब मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पुलिस कमिश्नरों, डिप्टी कमिश्नरों और एसएसपी को पूरी खुली छूट दी है और स्पष्ट निर्देश हैं कि किसी भी तस्कर को बख्शा न जाए।
संधू ने ‘आप’ सरकार की तीन-स्तरीय रणनीति – एनफोर्समेंट (सख्ती), डी-एडिक्शन (नशा छुड़ाना) और प्रिवेंशन (रोकथाम) – को एक संपूर्ण समाधान बताया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार सिर्फ तस्करों को पकड़ ही नहीं रही, बल्कि नशे के पीड़ितों के प्रति हमदर्दी भी रखती है। 247वें दिन की कार्रवाई के दौरान 15 नौजवानों को नशा छुड़ाऊ इलाज के लिए राजी करना एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा के नेतृत्व में बनी 5-सदस्यीय कैबिनेट सब-कमेटी के प्रयासों की भी सराहना की, जो इस जंग की व्यक्तिगत तौर पर निगरानी कर रही है। उन्होंने भरोसा जताया कि मान सरकार पंजाब को नशा मुक्त करके ही दम लेगी।



