भारत ने 25 अगस्त, 2023 को चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के दावों को खारिज कर दिया कि भारत ने चीन के साथ सीमा विवाद को हल करने के लिए एक योजना पर सहमति व्यक्त की है. भारत के विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने कहा कि कोई भी ऐसी समझौता नहीं हुआ है, और शी के दावे “बेबुनियाद और गलत” हैं.
शी ने दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान एक संवाददाता सम्मेलन में दावा किया था कि दोनों देशों ने “सीमा पर शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए एक योजना” पर सहमति व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि यह योजना “दोनों पक्षों के हितों को पूरा करती है” और “क्षेत्र की शांति और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है”.
क्वात्रा ने कहा कि शी के दावों में “कोई सच्चाई नहीं है”. उन्होंने कहा कि भारत और चीन के बीच सीमा विवाद एक जटिल मुद्दा है जिस पर लंबे समय से बातचीत चल रही है. क्वात्रा ने कहा कि दोनों पक्ष सीमा पर शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं, लेकिन अभी तक कोई “विशिष्ट समझौता” नहीं हुआ है.
भारत और चीन के बीच सीमा विवाद 1962 से चल रहा है. मई 2020 में, दोनों देशों के सैनिकों के बीच लद्दाख के गलवां घाटी में हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें 20 भारतीय सैनिक मारे गए थे. इस झड़प के बाद से, दोनों पक्ष सीमा पर सैनिकों को तैनात किए हुए हैं.
भारत ने चीन के साथ सीमा विवाद को हल करने के लिए एक “शांतिपूर्ण और बातचीत के माध्यम से” समाधान का आह्वान किया है. भारत ने कहा है कि वह सीमा पर शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन वह अपनी संप्रभुता और अखंडता के लिए भी दृढ़ है.