गुरुग्राम में 500 AQI के साथ प्रदूषण की स्थिति गंभीर है, क्या लॉकडाउन के दौरान ऐसा होगा?
गुरुग्राम में 500 AQI के साथ प्रदूषण की स्थिति गंभीर है, क्या लॉकडाउन के दौरान ऐसा होगा?
गुरुग्राम: गुरुग्राम में वायु प्रदूषण बहुत खराब है। इस प्रकार, ग्रेडेड रेस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) का तीसरा चरण लागू हो गया है। निर्माण और तोड़फोड़ पर तुरंत प्रतिबंध लगाया गया है। ग्रैप नियमों का पालन कराने के लिए अधिकारियों को ड्यूटी मैजिस्ट्रेट का अधिकार दिया गया है। मैजिस्ट्रेटों को अलग-अलग काम मिल गए हैं। वहीं, अधिकारियों को खुले में निर्माण सामग्री मिलने पर उसे जब्त करने और मामला दर्ज करने का आदेश दिया गया है। उपायुक्त ने बताया कि सोमवार को प्रदूषण का स्तर देखकर स्कूलों को बंद करने का विचार किया जाएगा।
उपायुक्त ने लघु सचिवालय स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में हुई एक बैठक में नगर निगम गुड़गांव, मानेसर, नगर पालिका, नगर परिषद, एचएसआईडीसी और अन्य विभागों के अधिकारियों से कहा कि सभी मुख्य सड़कों के किनारे पेड़ों पर नियमित रूप से पानी का छिड़काव करें। ज्यादा धूल वाले स्थानों का पता लगाकर वहां एंटी स्मॉग गन लगाएँ। गुड़गांव नगर निगम के पास 42 स्प्रिंकल यूनिट और तीन एंटी स्मॉग गन हैं।
गुरुग्राम: पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध उपायुक्त ने कहा कि फिलहाल ग्रीन पटाखों की बिक्री पर कोई प्रतिबंध नहीं है। अन्यथा, उन्होंने अन्य पटाखों की बिक्री और इस्तेमाल पर सख्ती बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सभी जोन के एसडीएम और संबंधित थाना पुलिस अवैध पटाखों की बिक्री और उपयोग को रोकेंगे।
गुरुग्राम में जला हुआ कचरा, धुआं और धूल ग्रैप-3 नियमों और सख्त पत्रों पर
डीजी सेट पर प्रतिबंध: डीजी सेट का उपयोग उद्योगों या रिहायशी क्षेत्रों में भी पूरी तरह से वर्जित है। इसके तहत उपायुक्त ने एचएस आईआईडीसी और बिजली निगम के अधिकारियों को इसकी जांच करने के निर्देश दिए हैं। सभी विभागों को नोडल अधिकारियों को हर दिन प्रदूषण नियंत्रण कार्यों की एक्शन टेकन रिपोर्ट प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय में भेजना चाहिए। बिजली विभाग के अधिकारियों को हर दिन कम से कम पांच घरों का निरीक्षण कर रिपोर्ट अपने कार्यालय को देने का आदेश दिया गया था।
उपायुक्त ने कहा कि फायर ब्रिगेड की गाड़ियों का उपयोग किया जाएगा. उन्होंने कहा कि शहरी निकाय के अधिकारियों को फायर टेंडर्स, एंटी स्मॉग गन सहित प्रदूषण नियंत्रण के लिए उपलब्ध संसाधनों की सूची दी जाएगी। साथ ही प्रत्येक क्षेत्र का रूट प्लान प्रदान करने का भी आदेश दिया गया था। उन्होंने अग्निशमन एवं आपात सेवा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सड़कों के किनारे पेड़ों पर पानी के छिड़काव कार्य में कुल क्षमता की पचास प्रतिशत फायर टेंडर्स लगाए जाएं।