फ्रांसीसी नागिरक ने धरने के बीच प्रदर्शन किया, गोरखपुर पुलिस ने जेल भेजा, आईबी-एटीएस ने पूछताछ की

फ्रांसीसी नागिरक ने धरने के बीच प्रदर्शन किया, गोरखपुर पुलिस ने जेल भेजा

अंबेडकर जन मोर्चा के हजारों सदस्यों ने मंगलवार को गोरखपुर पुलिस कमिश्नर कार्यालय पर अपनी कुछ मांगों को लेकर धरना दिया। एक फ्रांसीसी भी धरने में था, जो लगातार वीडियो बना रहा था। गोरखपुर पुलिस ने उसे कैंट थाने ले जाकर पूछताछ की। चौकी इंचार्ज की तहरीर पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।

फ्रांसीसी नागिरक ने धरने के बीच प्रदर्शन किया, गोरखपुर पुलिस ने जेल भेजा

हजारों लोग अंबेडकर जन मोर्चा के बैनर तले धरना दे रहे थे, जिसमें अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्गों के भूमिहिनों को प्रत्येक एकड़ जमीन दी जानी चाहिए थी। डीएम ने देर रात लगभग 10 बजे मौके पर पहुंचकर जनमोर्चा के सदस्यों से बातचीत की और उनका ज्ञापन लिया। जब भीड़ में एक विदेशी नागरिक वीडियो और फोटो लेते हुए दिखाई दिया, तो सबके कान खड़े हो गए। डीएम के निर्देश पर कैंट गोरखपुर पुलिसने । थाने लाकर पूछताछ करने पर पता चला कि उसका नाम हेनाल्ड वेलेंटिन है और वह फ्रांसीसी है। वह भारत कुछ दिन पहले बिजनेस वीजा पर आया है।

फ्रांसीसी नागिरक ने धरने के बीच प्रदर्शन किया, गोरखपुर पुलिस ने जेल भेजा

हेनाल्ड, जो सुरक्षा एजेंसी की पूछताछ में शामिल थे, को झारखंड के धनबाद के लिए वीजा मिल गया है। इसके बावजूद, वह झारखंड नहीं गया और गोरखपुर में था। धरना प्रदर्शन में भी शामिल होकर वीडियो बना रहा था और फोटो भी ले रहा था। पूछताछ में पता चला कि वह पहले भी बिहार और झारखंड के कई शहरों में धरना प्रदर्शनों में भाग ले चुका था। गोरखपुर पुलिस अधिकारियों ने कहा कि उससे पूछताछ जारी है। पूरी जानकारी जुटाई जा रही है, इसके पीछे कोई अंतरराष्ट्रीय साजिश नहीं है, इसलिए वह ऐसा कर रहा है। गोरखपुर पुलिस ने भी दूतावास को इसकी सूचना दी है। पुलिस के अलावा आईबी और अन्य सेल भी वहीं पूछताछ कर रहे हैं।

गोरखपुर पुलिस के अनुसार, एक फ्रांसीसी नागरिक ने 2031 तक बिजनेस वीजा प्राप्त किया है। अक्टूबर 2021 से अक्टूबर 2031 तक पासपोर्ट वैलिडिटी है।झारखंड के धनबाद शहर में बिजनेस वीजा उपलब्ध है। वह धनबाद नहीं गया, बल्कि गोरखपुर गया और धरना में भाग लेकर फोटो और वीडियो बनाया? इससे प्रश्न उठ रहे हैं।

फिर भी, प्राथमिक पूछताछ में उसने बताया कि वह भारत में गरीबी और गरीबों पर अध्ययन कर रहा है। इसके लिए वह भारत के कई शहरों में पहले भी जाता था। फिलहाल, एजेंसी को लगता है कि उसकी बातें संदिग्ध हैं। इंटेलिजेंस के सभी विभागों (फ्रेंच दूतावास भी शामिल) को इसकी जानकारी दी गई है।AT&B के फ्रेंच नागरिक से पूछताछ जारी है। आखिरकार, वह क्या कर रहा है और किसके कहने पर? यह पूछा जा रहा है कि क्या इसके पीछे कोई बड़ी या गहरी अंतर्राष्ट्रीय साजिश चल रही है या नहीं।

विदेशी नागरिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेजा गया, फ्रांसीसी नागरिक को भेजा गया जेल चौकी इंचार्ज अभिषेक कुमार सिंह की तहरीर पर। आंदोलन में शामिल हुए छह अन्य लोग भी गिरफ्तार किए गए हैं। जन्म मोर्चा के मुख्य संरक्षक श्रवण कुमार निराला और पूर्व आईजी एसआर दारापुरी भी गिरफ्तार किए गए हैं। इसके अलावा, कई बड़े नेता और लेफ्ट कार्यकर्ता भी धरने पर हैं।

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