चंडीगढ़ पुलिस के वेतन घोटाले: चंडीगढ़ पुलिस सैलरी घोटाले में चार और पुलिसकर्मी गिरफ्तार, पूरा मामला जानें।

चंडीगढ़ पुलिस के वेतन घोटाले: चंडीगढ़ पुलिस सैलरी घोटाले में चार और पुलिसकर्मी गिरफ्तार

चंडीगढ़ पुलिस के वेतन घोटाले की जांच अभी भी जारी है। 2019 के वेतन घोटाले में चार पुलिस अधिकारी गिरफ्तार किए गए हैं। मामले में पहले 9 पुलिसकर्मी गिरफ्तार किए गए थे, लेकिन अब तक 13 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। लगभग तीन वर्ष की जांच में पता चला कि 1.10 करोड़ रुपये का गबन हुआ है।

चंडीगढ़ पुलिस के वेतन घोटाले: चंडीगढ़ पुलिस सैलरी घोटाले में चार और पुलिसकर्मी गिरफ्तार
चंडीगढ़ पुलिस के वेतन घोटाले: चंडीगढ़ पुलिस सैलरी घोटाले में चार और पुलिसकर्मी गिरफ्तार

जांच में पता चला कि इस वेतन घोटाले से लगभग सौ पुलिसकर्मी लाभान्वित हुए। गिरफ्तार किए गए चार पुलिस अधिकारियों का नाम हवलदार अलविंदर सिंह, एएसआई मोहन सिंह, एएसआई कृष्ण कुमार और हवलदार मुकेश कुमार है। ये पुलिसकर्मी भी घाटाले से लाभ प्राप्त करते थे। वेतन घोटाले में प्रत्येक पुलिसकर्मी को लगभग पांच से सात लाख रुपये मिल गए। इन अभियुक्तों को बुड़ैल जेल में डाला गया है। इनकी तरफ से खातों में डाली गई राशि वापस नहीं दी गई।

क्या घोटाला हुआ?

चंडीगढ़ पुलिस के वेतन घोटाले: चंडीगढ़ पुलिस सैलरी घोटाले में चार और पुलिसकर्मी गिरफ्तार

चंडीगढ़ पुलिस के वेतन घोटाले: पुलिस कर्मचारियों के खातों में अतिरिक्त भुगतान करके घोटाला हुआ। खाता विभाग के कर्मचारियों ने मिलकर फर्जीवाड़ा किया। अप्रैल महीने में एसआई विनोद कुमार और कांस्टेबल राजबीर सिंह के खिलाफ अदालत में चार्जशीट दायर की गई। 1.1 करोड़ रुपये के वेतन घोटाले में एसआईटी बनाई गई। 2020 में मामले की अज्ञात शिकायत मिली। इसके बाद फर्जीवाड़ा सामने आया। 2019 में पुलिस कर्मियों के खाते में निर्धारित वेतन से अधिक राशि दी गई। वाहन भत्ता और राशन भत्ता में फर्जी एंट्री कर फर्जीवाड़ा हुआ।

Exit mobile version