देवरिया कांड: सत्य प्रकाश दुबे, सलोनी और गांधी की सांस चलती देखकर प्रेमचंद के ड्राइवर पट्टू ने मारी थी गोली

देवरिया: देवरिया के फतेहपुर गांव के लेहड़ा टोला में हुए नरसंहार कांड में उग्र भीड़ ने पहले दुबे और उनके परिजनों पर ईंट पत्थरों, डंडों से मारा था। इसके बाद धारदार हथियार से हमला किया था। जब सत्य प्रकाश उनकी बेटी सलोनी और बेटा गांधी जिंदा बच गए तो प्रेमचंद यादव के ड्राइवर नवनाथ मिश्र उर्फ पट्टू ने तीनों को राइफल से गोली मार दी थी। पुलिस के सामने इस बात का कबूलनामा खुद नवनाथ मिश्र उर्फ पट्टू ने किया है। पट्टू भी इस हत्याकांड का नामजद अभियुक्त है। पुलिस ने उसे रविवार को गिरफ्तार कर लिया।

 

पुलिस की पूछताछ में पट्टू ने बताया कि सत्य प्रकाश दुबे के दरवाजे पर प्रेमचंद यादव की हत्या के बाद किसी ने इस बात की सूचना फोन से प्रेमचंद के परिजनों को दी। प्रेम की हत्या की खबर फैलते ही लोग दुबे के दरवाजे की तरफ दौड़ पड़े। थोड़ी देर में सैकड़ों की भीड़ सत्य प्रकाश दुबे के दरवाजे पर इकट्ठी हो गई। सत्य प्रकाश का शव देख लोग उत्तेजित हो गए, जिसके हाथ जो भी लगा उसी से दुबे परिवार पर हमला बोल दिया। उग्र भीड़ ने पहले ईंट ,पत्थर और डंडे से दुबे के परिजनों को मारा। फिर धारदार हथियार से हमला किया। इस हमले में सत्य प्रकाश की पत्नी और छोटी बेटी की मौत हो गई।

 

 

 

पट्टू ने राइफल से चलाई थी गोली

गिरफ्तार पट्टू के मुताबिक सत्य प्रकाश दुबे, उनकी बेटी सलोनी और बेटे गांधी की सांसें चल रही थी। इनको जिंदा देख पट्टू ने प्रेमचंद यादव की रायफल से तीनों को गोली मार दी। गोली लगने के बाद इन तीनों की भी मौत हो गई। राइफल की गोली सत्य प्रकाश के सीने पर सलोनी के घुटने पर और गांधी के कमर पर लगी थी। सत्य प्रकाश के दरवाजे पर काफी देर तक भीड़ का तांडव चलता रहा, उसके बाद जब पुलिस पहुंची तो भीड़ धीरे-धीरे हटने लगी। जिस राइफल से गोली मारी थी, वह रायफल प्रेमचंद यादव के नाम है। सत्य प्रकाश के दरवाजे पर राइफल प्रेमचंद के रिश्तेदार गोलू व संदीप ले गए थे। जहां संदीप से राइफल लेकर उसने गोली चलाई थी।

 

2 अक्टूबर को फतेहपुर गांव में हुई थी 6 हत्याएं

बीते 2 अक्टूबर को रुद्रपुर थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव के लेहड़ा टोला में जमीनी विवाद को लेकर जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव की हत्या सत्य प्रकाश दुबे के दरवाजे पर हो गई। इसके प्रतिशोध में प्रेमचंद के परिजनों और समर्थकों ने सत्य प्रकाश दुबे उनकी पत्नी दो बेटियां, एक बेटे समेत पांच लोगों की बड़ी बेरहमी से हत्या कर दी। इस घटना में दोनों पक्षों से 33 नामजद और 50 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ है। इनमें से 16 नामजद और चार अज्ञात अभियुक्तों को पुलिस ने दो दिन पूर्व गिरफ्तार कर लिया था।

 

Exit mobile version