सांवरा सेठ सद्बुद्धि दे, मैंने ही उनको बनाया”, नरपत सिंह राजवी ने चंद्रभान सिंह आक्या पर हमला बोला।
नरपत सिंह राजवी ने चंद्रभान सिंह आक्या पर हमला बोला
बीजेपी में राजस्थान विधानसभा चुनाव के दौरान चंद्रभान सिंह का टिकट कटने का विरोध है। उन्हें निशाना बनाने के लिए नरपत सिंह राजवी ने चंद्रभान सिंह का नाम लिए बगैर कहा कि मैंने उन्हें बनाया है। पार्टीहित में मैंने अपनी विधानसभा छोड़ दी। उनके पास भी बुद्धि होनी चाहिए।
राजस्थान चुनाव चित्तौड़गढ़: राजस्थान में चुनाव के दौरान प्रत्याशियों ने जनसंपर्क अभियान शुरू कर दिया है। वर्तमान चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्या का टिकट काटने पर बीजेपी में व्यापक विरोध है। विधानसभा में जनसंपर्क पर आए नरपत सिंह राजवी ने चंद्रभान सिंह पर गंभीर टिप्पणी की। उनका दावा था कि मैंने चंद्रभान सिंह को बनाया है, लेकिन नाम नहीं लिया। पार्टीहित में मैंने अपनी विधानसभा छोड़ दी। उनके पास भी बुद्धि होनी चाहिए। सांवरा सेठ उनकी सहायता करेगा। उन्होंने और उनके समर्थकों ने नरपत सिंह राजवी का कड़ा विरोध किया जब चंद्रभान सिंह का टिकट काट दिया गया था। इस विरोध को देखते हुए चंद्रभान सिंह ने नरपत सिंह राजवी पर हमला किया है।
भाजपा के चित्तौड़गढ़ विधानसभा प्रत्याशी नरपत सिंह राजवी ने टिकट मिलने के बाद क्षेत्र में प्रचार करना शुरू किया। बेगू विधानसभा क्षेत्र में एक होटल में उनका स्वागत कार्यकर्ताओं ने किया। राजवी का काफिला फिर वाहन रैली में चला गया। रैली चंदेरिया, सुभाष चौक और रोलहेरा चौराहा से दुर्ग स्थित कालिका मंदिर पहुंची। जहां राजवी ने कालिका मंदिर देखा। राजवी को यहां कार्यकर्ताओं ने पुष्प देकर स्वागत किया।
मैंने पार्टी के लिए विधानसभा छोड़ दी।
राजवी का जनसंपर्क अभियान आक्रामक दिखाई दिया। बिना नाम बताए, उन्होंने चंद्रभान सिंह को निशाना बनाया। मैं पार्टी के लिए अपनी विधानसभा छोड़ दी है, उन्होंने तंज कसते हुए कहा। पार्टी के हित में हमेशा कार्य किया है। मैंने कभी कुछ कहा नहीं। मैंने ही उन्हें बनाया था। उन्हें कुछ विचार करना चाहिए। लेकिन सांवरा सेठ उन्हें खुश करता है। बता दें कि वर्तमान विधायक चंद्रभान सिंह का टिकट काटकर नरपत सिंह राजवी को दिया गया है। चित्तौड़गढ़ विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध देखा है।
पार्टी ने चुनाव हर जगह लड़ा
नरपत सिंह राजवी ने कहा कि मैंने कभी पार्टी की अवहेलना नहीं की है। पार्टी ने मुझे इस स्थान से चुनाव लड़ने को कहा। मैं वहां से चुनाव लड़ा गया था। मैंने पार्टी की आवश्यकतानुसार जयपुर से चुनाव लड़ाया। अब आपकी सेवा में वापस भेज दिया गया है। मैं रेगिस्तानी आदमी हूँ, उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा। यदि मैं ऊंट की पूछ पकड़ लेता हूँ तो दो दशक तक नहीं छोड़ता। मैं सिर्फ १५ वर्ष का हूँ। उन्होंने दावा किया कि मैंने घोसुंडा मंडल में जो काम किया है, वह सब सही है। पिछले सत्तर वर्षों में किसी ने ऐसा नहीं किया है।
एक रुपया भी भ्रष्टाचार नहीं है मैं इस विधानसभा क्षेत्र से तीन बार चुनाव जीता हूं, राजवी ने कार्यकर्ताओं को बताया। मैंने कई विकास कार्य किए हैं। यह सब जानते हैं। उनका दावा था कि मेरे विरुद्ध एक पैसे या एक बूंद पानी के बराबर भी आरोप नहीं है। उनका दावा था कि ऐसा कोई माई का लाल नहीं है। जो मुझे बदनाम कर सकता है। उनका कहना था कि अपने पहले कार्यकाल में मैंने गर्ल्स कॉलेज, सब स्टेशन और सड़कों को विकसित किया है। मैं गांव के विकास में भी कोई कमी नहीं छोड़ी।