नौक्षम चौधरी, बीजेपी ने मेवात की कौनसी सीट पर चुनाव लड़ा
हाल ही में नौक्षम चौधरी सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है। टिकट मिलने के बाद उनकी फोटो सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हुई है। नोक्षम चौधरी ने पहले हरियाणा में विधानसभा चुनाव जीता था। वहाँ वे सफल नहीं हुए, लेकिन अब बीजेपी ने कामां से उन पर बड़ा दांव लगाया है।
नौक्षम चौधरी कौन है?
भाजपा की कांमा विधानसभा सीट से विजेता नौक्षम चौधरी हरियाणा की निवासी हैं। इनकी मां रणजीत कौर हरियाणा में एक IAS अधिकारी हैं। उनके पिता, आरएस चौधरी, एक रिटायर्ड जज हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा हाउस कॉलेज से नौक्षम चौधरी ने पढ़ाई की। वे फिर लंदन में पढ़ाई करने चली गईं। लंदन में उन्होंने मीडिया प्रमोशन और संचार का काम किया। चौधरी इस समय काम छोड़कर भारत आ गईं।
Nauksham Chaudhary
नौक्षम ने लंदन में पढ़ाई करने के बाद 2019 में भाजपा में शामिल हो गईं। चौधरी कॉलेज में पढ़ाई के दौरान छात्र नेता रह चुकी हैं। इसलिए वे राजनीति में रुचि रखने लगे। अब वे मेवात से राजस्थान विधानसभा चुनाव में चुनाव लड़ रही हैं।
मंत्री जाहिदा खान के पद से नौक्षम चौधरी
बीजेपी प्रत्याशी नौक्षम चौधरी सुंदर हैं और सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में रहती हैं। यद्यपि चौधरी पहले भी हरियाणा में चुनाव जीत चुकी हैं। लेकिन वह यह चुनाव नहीं जीत पाई। इस बार बीजेपी ने उन्हें भरतपुर जिले की कांमा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ाया है। जहां से जाहिदा खान, गहलोत सरकार की मंत्री हैं। कांग्रेस में जाहिदा खान का व्यापक विरोध है।
हरियाणा चुनाव में चौधरी
लंदन में पढ़ाई करने के बाद नौक्षम चौधरी बन गई। बाद में उनका विचार बदल गया और वे भारत लौट आईं। इस बीच, उन्हें राजनीति में जाने का विचार आया। वहीं, वह Nauksham Chaudhary
कॉलेज में पढ़ते हुए भी विद्यार्थी राजनीति में शामिल रही थी। 2019 में उन्होंने बीजेपी ज्वॉइन किया था। बाद में बीजेपी ने उन्हें हरियाणा विधानसभा चुनाव में फिर से चुनाव लड़ाया।
13 हजार वोटों से पीछे, अब कामां से जीत की आशा
हरियाणा की पुन्हाना सीट पर चुनाव लड़ते हुए नौक्षम को कांग्रेस के मोहम्मद इलियास से शिकस्त मिली। वो 13 हजार वोटों के अंतर से पीछे रह गईं। अब बीजेपी ने फिर से नौक्षम चौधरी को राजस्थान विधानसभा चुनाव में मौका दिया है। पार्टी और नौक्षम, दोनों को इस चुनाव में जीत की उम्मीदें हैं। अब देखना है 3 दिसंबर को नतीजों की घोषणा का संदेश लेकर आती है।