फरीदाबाद: क्लामेट्स के हमले में घायल 11वीं के छात्र की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। परिजनों ने पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए रविवार सुबह बीके चौक पर चक्का जाम कर दिया। सड़क पर बैठकर वाहनों की आवाजाही बंद कर दी और केएल मेहता कॉलेज से बीके चौक की ओर आने वाली सड़क पर ऑटो खड़े कर लोगों ने रोष व्यक्त किया। इसके बाद लोग नैशनल हाइवे जाम करने निकले तो पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करके रोकने की कोशिश की। पुलिस ने कुछ घंटों में कार्रवाई करने का भरोसा देकर लोगों को समझाया।
कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा की पहल पर इस मामले में अपडेट के लिए लोगों की एक समिति भी बनाई। तब लोग शांत हुए। इसके बाद पुलिस ने राहत की सांस ली। इस दौरान करीब दो घंटे तक बीके चौक पर जाम लगा रहा। इस मामले की जांच अब क्राइम ब्रांच डीएलएफ और सेक्टर-65 क्राइम ब्रांच करेंगी। पुलिस ने केस में जानलेवा हमले की धाराओं को हत्या में कन्वर्ट कर दिया है। दक्ष अपने माता-पिता का इकलौता बेटे थे। दादा सुखदेव मेहंदीरत्ता इस उम्र में पोते की मौत का समाचार मिलने पर बेहाल हो गए हैं। उनकी आंखें नम हैं। वह खुल कर बात भी नहीं कर पा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि दक्ष की हत्या कक्षा में सीट साझा करने को लेकर छात्रों के दो समूहों के बीच झगड़े की वजह से हुई है। ग्यारहवीं कक्षा के छात्र अक्सर छोटी-छोटी बातों पर झगड़ पड़ते थे और लंबे समय तक एक-दूसरे के प्रति द्वेष पाले हुए थे।
जवाहर कॉलोनी निवासी विपिन उर्फ चंदन का 15 साल का बेटा दक्ष एनआईटी-दो के विद्या निकेतन स्कूल में 11वीं कक्षा में पढ़ता था। 28 सितंबर को उसके कुछ सहपाठी और अन्य युवकों ने उस पर बैट, रॉड और डंडों से हमला कर दिया था, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। विपिन ने 29 सितंबर को कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। 30 सितंबर को डॉक्टरों की राय पर आरोपियों के खिलाफ जानलेवा हमले की रिपोर्ट दर्ज की गई। पुलिस मामले में तीन बालिग और तीन नाबालिग आरोपियों को पकड़ चुकी है। बालिग आरोपियों में श्रवण कुमार, मधुकर और शिवम शामिल हैं, जिन्हें जेल भेजा गया है। नाबालिगों को बाल सुधार गृह भेजा जा चुका है। अन्य हमलावर फरार हैं। परिवार उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहा है। शुक्रवार को भी पीड़ित परिवार के साथ बड़ी संख्या में लोग सीपी से मिलने पहुंचे थे।
अन्य आरोपियों पर कार्रवाई न करने का आरोप
पीड़ित परिवार का आरोप है कि पुलिस ने मामले में अन्य आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। इस बात को लेकर हरियाणा व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष राम जुनेजा समेत अन्य लोग सड़क पर उतर गए। इसके चलते कई थानों की पुलिस व अधिकारी मौके पर पहुंचे। इस कारण लगे जाम में वाहन चालक परेशान रहे। केवल एम्बुलेंस आ जा रही थी। अन्य वाहनों को निकलने नहीं दिया गया। कई थानों के थाना प्रभारी लोगों को समझाते दिखे, लेकिन लोग संतुष्ट नहीं हुए। आखिर में विधायक नीरज शर्मा और पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर मुकेश शर्मा मौके पर पहुंचे। दोनों ने एसएचओ राजेश और इंस्पेक्टर सविता से बात कर स्थिति को काबू किया।