कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा, जो फरीदाबाद एनआईटी से हैं, पानीपत रिफाइनरी की टाउनशिप में आयोजित राज्यस्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह में श्रीराम व अन्य स्लोगन लिखे कपड़े पहनकर राज्यपाल के सामने विरोध दर्ज कराने गए। सुरक्षा निकायों को इसकी जानकारी मिलते ही हड़कंप मच गया। विधायक को बीच में हिरासत में लेकर रेस्ट हाउस में बैठा दिया। जब इसका पता चला तो पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा रेस्ट हाउस पहुंचे और पुलिस को हड़काकर विधायक को अपनी कार में बिठाकर निकल गए।
28 जनवरी तक, पुलिस ने कुर्ते पर ‘जय सियाराम’ लिखे होने की वजह से विधायक को कार्यक्रम में जाने से रोका, जिसमें लैपटॉप, स्मार्टवॉच, हेडफोन और अन्य उपकरण शामिल थे। हुड्डा ने इस पर एसपी को बताया कि राम नाम का कुर्ता पहनना कोई अपराध नहीं है। नीरज शर्मा विधायक ने पूछा कि सरकार जय सियाराम से क्यों घबरा रही है?
निमंत्रण-पत्र दिखाया, लेकिन पुलिसकर्मी ने नहीं माने
शुक्रवार को विधायक नीरज शर्मा फरीदाबाद सेक्टर-12 में होने वाले गणतंत्र दिवस में भाग लेने निकले थे। वे कफन पहने हुए थे। इसमें राम का नाम और विकास कार्य के लिए धन न देने को लेकर स्लोगन और चौपाइयां लिखी हैं। उन्हें कार्यक्रम स्थल से पहले ही पुलिस टीम ने रोका। पुलिस ने उन्हें पीछे धकेल दिया जब वे जबरन चले गए। पुलिस अधिकारियों को विधायक ने अपना परिचय देते हुए निमंत्रण-पत्र दिखाया, लेकिन उन्हें जाने नहीं दिया गया। शर्मा ने अधिकारियों से उनकी गैर-आगमन को प्रमाणित करने को कहा। पुलिस अधिकारी ने कहा कि आप कार्यक्रम में लागू होने वाले प्रोटोकॉल को जानते हैं। जवाब में शर्मा ने बताया कि उनके कपड़े पर जय सियाराम लिखा है। स्वास्तिक सूचीबद्ध है। उन्हें इस समारोह में शामिल होने से रोका जाना उचित नहीं है।