बर्खास्त आईजी राजजीत सिंह की 20 करोड़ रुपये की संपत्ति, बैंक खाते को भी एसटीएफ ने फ्रीज कर ली

स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने एक बार फिर पंजाब पुलिस से बर्खास्त एआईजी राजजीत सिंह हुंदल पर बड़ी कार्रवाई की है।

विभाग ने बताया कि एडीजीपी एसटीएफ ने मंगलवार को संपत्ति को सीज करने या कब्जे में लेने का आदेश दिया था। इसके अलावा, आरोपी राजजीत और उसकी पत्नी के करोड़ों रुपये की धनराशि के दो से तीन बैंक खाते भी बंद कर दिए गए हैं।

एसटीएफ ने आरोपी राजजीत की 20 करोड़ रुपये की संपत्ति सीज कर दी है। इससे मंगलवार से मोहाली, न्यू चंडीगढ़ और पंजाब के अन्य जिलों में संपत्ति के बोर्ड लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई।

ताकि आरोपी राजजीत सिंह या उसके परिवार इस 20 करोड़ रुपये की संपत्ति को खरीद-फरोख्त न कर सकें, रेवेन्यू विभाग को भी इस संपत्ति का ब्योरा भेजा गया है। 20 फरवरी को, एसटीएफ ने इस मामले में केंद्रीय वित्तीय मंत्रालय को अंतिम रिपोर्ट सौंप दी थी।

केंद्रीय और पंजाब सरकारों की अनुमति के बाद एसटीएफ ने 20 करोड़ रुपये की संपत्ति सीज कर दी। अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को आरोपी राजजीत सिंह के मोहाली स्थित घर के बाहर बोर्ड लगाकर उसकी फोटो खींचकर रिकॉर्ड में रखी गई हैं।

विजिलेंस रिपोर्ट बताती है कि आरोपी राजजीत सिंह बाहर भाग गया है। विजिलेंस का मत है कि राजजीत अभी कनाडा में है। पंजाब पुलिस विजिलेंस ने यह जानकारी एनआईए को देकर मदद मांगी है।

एसटीएफ ने आरोपी राजजीत सिंह की पत्नी की मोहाली की संपत्ति, जिसकी कीमत लगभग चार करोड़ रुपये है, भी फ्रीज कर दी है। 20 अक्तूबर 2023 से, ड्रग्स तस्करी के मामले में आरोपी राजजीत फरार है। आरोपी पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत नहीं मिलने के बाद से पुलिस से बचने के लिए फरार है।

फरार राजजीत की संपत्ति फ्रीज कर रिकॉर्ड रेवेन्यू को भेजा

बर्खास्त AIG पंजाब में 9 संपत्ति चिह्नित और सीज की गई हैं। इनमें 2013 में न्यू चंडीगढ़ के मुल्लांपुर गांव माजरी में 7 कनाल 40 मरले जमीन 40 लाख रुपये में खरीदी गई थी। 2013 में न्यू चंडीगढ़ के इको सिटी ने 500 वर्ग गज का प्लॉट 20 लाख रुपये में खरीदा था। 2016 में, मोहाली के सेक्टर-69 में 500 वर्ग गज की एक डेढ़ करोड़ रुपये की कोठी खरीदी गई, जबकि 2017 में मोहाली के सेक्टर-82 में 733.33 वर्ग गज का प्लॉट 55 लाख रुपये में खरीदा गया था।

एसटीएफ इस संपत्ति को अपने पास कर लिया है। इन संपत्ति को अब कानूनी तौर पर खरीद-फरोख्त नहीं किया जा सकता।

यह मुद्दा है

2017 में राजजीत के साथी इंस्पेक्टर इंद्रजीत सिंह को हथियारों और ड्रग्स तस्करी के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया था। तलाशी में आरोपी के घर से एके-47, चार किलो हेरोइन, तीन किलो स्मैक का नशा और अन्य देसी हथियार बरामद किए गए। मार्च 2023 में राजजीत सिंह पर आरोपी बर्खास्त इंस्पेक्टर की मदद करने, ड्रग रिकवरी से छेड़छाड़ करने और सबूत मिटाने का केस दर्ज किया गया था।

यहां तक कि 2012 से 2017 तक आरोपी इंस्पेक्टर इंद्रजीत सिंह और एआईजी राजजीत सिंह गुरदासपुर, तरनतारन, मोगा और जालंधर में तैनात रहे थे। आरोपी राजजीत ने अपने साथी इंस्पेक्टर को उसके स्थान पर नियुक्त कर दिया।

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