रुड़की में भयानक हादसा: ईंट भट्ठे की दीवार गिरने से छह कर्मचारी घायल
रुड़की में भयानक हादसा
उत्तराखंड में एक दर्दनाक हादसा हुआ है। रुड़की के मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के लहबोली गांव में एक दुर्घटना में छह लोगों की मौत हुई है। ईंट भट्ठा सान्वी ब्रिक की दीवार गिरने से सिर्फ पांच कर्मचारी मारे गए। उनके शव मलबे से निकाले गए। सात अन्य कर्मचारी घायल हुए हैं। मृत लोगों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे और उनका इलाज चल रहा था। एक और व्यक्ति मर गया। लक्सर विधायक मोहम्मद शहजाद और एसपी देहात सहित कई अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। प्रशासनिक और पुलिस दल ने सबसे पहले पहुंचकर राहत और बचाव कार्य शुरू किया।
लहबोली गांव में सान्वी ब्रिक फील्ड है। सुबह इस ईंट भट्ठे में सौ से अधिक कर्मचारी काम कर रहे थे। सुबह भट्ठे में कच्ची ईंटों की भराई का काम चल रहा था। घोड़ा बुग्गी से ईंटों को भट् ठे में ले जाकर दीवार बना रहे थे। इसी समय कच्ची ईंटों की दीवार टूट गई। बड़ी संख्या में कर्मचारी ईंटों के नीचे दब गए। इससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में दूसरे कर्मचारी घटनास्थल पर दौड़े। लोगों को जेसीबी और हाथों से ईंटों से बाहर निकालने का प्रयास किया गया।
मुकुल निवासी उदलहेड़ी थाना मंगलौर, साबिर निवासी मिमनाला जिला मुजफ्फरनगर, अंकित निवासी उदलहेड़ी, बाबूराम निवासी लहबोली थाना मंगलौर और जग्गी निवासी ग्राम पिनना जिला मुजफ्फरनगर की ईंट में दबकर घटनास्थल पर ही मौत हो गई। इसके अलावा, समीर और आशु भी घायल हो गए हैं। विधायक मोहम्मद शहजाद, एसपी देहात एसके सिंह, एसडीएम विजयनाथ शुक्ला और अन्य अधिकारी सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे। राहत और बचाव कार्य अभी भी चल रहे हैं। घायलों को इलाज के लिए अस्पतालों में पुलिस और प्रशासन की टीम भेजी गई है।
चिकित्सा के दौरान मौत
रुड़की ईंट भट् ठा हादसे में पांच लोग मारे गए। इलाज के दौरान एक और घायल व्यक्ति भी मर गया। दो गंभीर घायल अभी रुड़की के विनय विशाल हॉस्पिटल में उपचार प्राप्त कर रहे हैं। एक मवेशी का शव भी मलबे से बरामद हुआ है। ग्रामीण क्षेत्रों में ठंड होने के कारण भट्टे पर काम करने वाले लोगों ने हाथ सेक रहे थे, बताया जा रहा है। जेसीबी से मलबा हटाने की प्रक्रिया अभी भी जारी है। हरिद्वार डीएम और एसएसपी सहित पुलिस प्रशासन की पूरी टीम मौके पर है। घटनास्थल का जायजा लेकर घटना का कारण खोजा जाता है।