दिल्ली के स्कूलों में वसंत अवधि के दौरान 18 नवंबर तक पूरी तरह बंद रहेंगे। पैरंट्स की योजना बिगड़ गई!
दिल्ली के स्कूलों में वसंत अवधि के दौरान 18 नवंबर तक पूरी तरह बंद रहेंगे
दिल्ली का वातावरण इतना खराब हो गया कि स्कूलों में सिर्फ “पल्यूशन हॉलिडे” ही हो गया। दिल्ली शिक्षा निदेशालय ने समय से पहले वसंत अवधि समाप्त कर दी। प्रदूषण की खतरनाक स्थिति को देखते हुए सभी स्कूलों ने सभी पाठ्यक्रमों को पूरी तरह से बंद कर दिया है, यहां तक कि ऑनलाइन पाठ्यक्रम भी नहीं होगा। छुट्टियों से विद्यार्थी और शिक्षक कुछ राहत पाए हैं, लेकिन स्कूल, अभिभावक और विद्यार्थी इस स्थिति से संतुष्ट नहीं हैं। सभी सरकार से प्रदूषण से छुटकारा पाने और इससे शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य तक को होने वाले नुकसान से बचने के लिए पारंपरिक समाधान चाहते हैं।
दिल्ली के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में 9 नवंबर से 18 नवंबर तक जाड़ों की छुट्टी होगी। इससे पहले, बोर्ड क्लासों को छोड़कर सभी पाठ्यक्रम ऑनलाइन चल रहे थे; हालांकि, विभिन्न सरकारी और निजी स्कूलों में 25 प्रतिशत से 70 प्रतिशत विद्यार्थियों की उपस्थिति थी।
सर्दियों की छुट्टियों की योजना बनाने का समय खत्म हो गया!
वसंत विहार में रहने वाले संदीप जोशी का कहना है कि यह अजीब स्थिति है कि सर्दियां शुरू नहीं हुईं लेकिन विंटर ब्रेक पहले ही आ गया। सभी सरकारों को गंभीर होकर विचार करना चाहिए कि क्या हम बच्चों की जीवन की गुणवत्ता को कम नहीं कर रहे हैं? नवंबर की छुट्टियों में उन्हें बाहर घूमने का मौका नहीं मिलेगा, इसलिए वे घर में रहेंगे! मैं और मेरी पत्नी ने जनवरी में केरल की छुट्टी बुलाई थी।
दिल्ली पैरंट्स असोसिएशन की अध्यक्ष अपराजिता गौतम ने कहा कि पहले कर के सरकार ने बच्चों की सर्दियों की छुट्टियां छीन ली हैं, जिससे कई परिवारों को दिल्ली से बाहर घूमने का मौका मिल गया है। बहुत से पैरंट्स ने भी योजना बनाई है। यदि सरकार प्रदूषण को नियंत्रित नहीं कर सकती, तो अकैडमिक कैलेंडर में हर सप्ताह दस दिन की “पल्यूशन हॉलिडे” की घोषणा करना अनिवार्य है। सर्दियों की छुट्टियां छोड़कर जनवरी की ठंड में स्कूल जाना भी मुश्किल होता है।
पल्यूशन या वसंत अवकाश!
दिल्ली में अनऐडेड प्राइवेट स्कूल्स एक्शन कमिटी के अध्यक्ष भरत अरोड़ा ने कहा कि दिल्ली में हवा की गुणवत्ता को देखते हुए समय से पहले का यह विंटर ब्रेक एक जरूरी निर्णय है, लेकिन स्कूलों, पैरंट्स और शिक्षकों को ध्यान में रखते हुए सरकारों को एक सर्वोत्तम समाधान बनाना चाहिए। यह स्थिति सही नहीं है कि बच्चों को हर साल इस संकट का सामना करना पड़ता है। दिल्ली राज्य पब्लिक स्कूल मैनेजमेंट असोसिएशन के अध्यक्ष आरसी जैन ने कहा कि अगर सरकार छुट्टी देती है, तो सेशन में स्कूल खोलने की शर्त कैसे पूरी होगी! छुट्टियां भी फायदेमंद नहीं हैं क्योंकि बच्चे घर छोड़ देंगे।
दिल्ली गवर्नमेंट स्कूल प्रिंसिपल्स और वाइस प्रिंसिपल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुखबीर सिंह यादव ने बताया कि दिवाली की छुट्टियां विंटर ब्रेक से पहले हो गई हैं, जो चार अतिरिक्त दिनों की छुट्टी होगी। यह भी प्रदूषण को देखते हुए आवश्यक था। हम अभी बोर्ड क्लासों को स्कूल से बुला रहे थे, बाकी क्लासों के लिए ऑनलाइन क्लासें ले रहे थे, लेकिन अटेंडेंस सिर्फ २५ से ३० प्रतिशत था। विद्यार्थियों को ऑनलाइन पाठ्यक्रमों के लिए तैयार करने में समय लगता है।