हरियाणा राज्य: धान की खरीद रुकी, मंडियों में भीगी फसल, मौसम के बिगड़े तेवरों और राइस मिलर्स की हड़ताल से किसान परेशान

हरियाणा राज्य: धान की खरीद रुकी, मंडियों में भीगी फसल, मौसम के बिगड़े तेवरों
हरियाणा राज्य: किसान मौसम के खराब तेवरों और राइस मिलर्स की हड़ताल से धान खरीदने में असमर्थ हैं। सोमवार की रात तेज बारिश ने मंडियों में पड़ी फसल को धो डाला। खेतों में कटाई के लिए तैयार धान विलुप्त हो गया है। बारिश ने न्यूनतम और अधिकतम तापमान में छोटी गिरावट की है। मंगलवार को सबसे अधिक तापमान 26 डिग्री था, और सबसे कम 18 डिग्री था। जिले में औसत बारिश 6 mm है। जींद में 9 मिलीग्राम बारिश हुई है, सफीदों में 10 मिलीग्राम, पिल्लूखेड़ा में 15 मिलीग्राम, अलेवा में 5 मिलीग्राम, जुलाना में 2 मिलीग्राम, नरवाना और उचाना में एक-एक मिलीग्राम बारिश हुई है। मौसम विभाग का कहना है कि आगे मौसम बदलेगा।
हरियाणा राज्य: मंगलवार को किसानों ने बताया कि मंडियां धान की फसल से भरी हुई हैं। राइस मिलर्स की हड़ताल के कारण हवा में लाखों टन अनाज पड़ा है। रात की अच्छी बारिश ने जिले में हजारों क्विंटल धान भीगा है। रात में हुई बारिश ने पहले ही किसानों को परेशान कर दिया था। बादलों के छाने से मंगलवार दिन में किसानों की धड़कनें ऊपर-नीचे होती रही। किसानों को लगातार डर था कि मौसम के खराब तेवर फसलों को नष्ट कर दें।
किसानों को मौसम के खराब तेवरों ने बढ़ाया
मंडी में उपस्थित किसानों ने बताया कि चालू सीजन में दस लाख मीट्रिक टन धान खरीदा गया है। लगभग 25 हजार मीट्रिक टन खरीदी गई धान में से उठान नहीं हुआ है। जो मंडियों में बंद है। किसानों के मंडियो में उससे कहीं अधिक धान पड़ा हुआ है। जो खरीद नहीं पाया गया है। जींद की धान मंडी में दस हजार क्विंटल से अधिक धान है। किसानों को मौसम के खराब तेवरों ने बढ़ाया है।