हरियाणा RTA ऑफिस में लगभग 2 हजार फाइलों में रिश्वत ली गई, जानें नंबर प्लेट घोटाला कैसे हुआ
हरियाणा RTA ऑफिस में लगभग 2 हजार फाइलों में रिश्वत ली गई
हरियाणा RTA ऑफिस में गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन और एनओसी जारी करने की लगभग 2,000 फाइलों में फर्जीवाड़ा हुआ है। अब तक स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) ने लगभग 3 हजार फाइलों की जांच की है, लेकिन इनमें से कुछ फाइलें ऐसी भी थीं जो नॉर्मल नियमों के अनुरूप थीं। जबकि दलालों से मिली लगभग दो हजार फाइलों में पैसे लेकर फर्जीवाड़ा किया गया था। शहर के वाहनों के लिए 1500 रुपये और राज्यों और जिलों के लिए 2900 रुपये प्रति फाइल लिया जाता था।
हरियाणा RTA ऑफिस जांच में अब तक 62 दलालों के नाम सामने आए हैं जो हरियाणा RTA ऑफिस के कर्मचारियों को हर महीने पैसे देते थे। इनमें से छह दलालों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं आरटीए ऑफिस के दस से अधिक कर्मचारियों का भी इस फर्जीवाड़े में हाथ है। ये सभी लोग ऑफिस नहीं आए हैं और फरार हैं। इसके परिणामस्वरूप ट्रांसपोर्ट विभाग ने इन्हें निलंबित भी कर दिया है।
गौरव से पहले भोलू और यश 13 सितंबर को, रुपये इकट्ठे सीएम फ्लाइंग स्कवॉड ने आरटीए ऑफिस के पास पार्क में बैठे तीन सुरक्षा गार्डों गौरव, सौभन सिंह और सुरेश को गिरफ्तार कर लिया। अब गौरव ही मुख्य दलाल था, जो बाकी सभी दलालों से धन जुटाकर टीआई किशोरी को देता था। एसआईटी जांच से पता चला कि भोलू गौरव से पहले ऐसा करता था। भोलू भी गिरफ्तार किया गया है। वहीं भोलू से पहले काम सफल हुआ। ये फर्जीवाड़ा आरटीए ऑफिस में पिछले कई सालों से चल रहा है।
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13 सितंबर को सीएम फ्लाइंग स्कवॉड गुरुग्राम की टीम ने हरियाणा RTA ऑफिस में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए काम करने वाले तीन दलालों को गिरफ्तार किया। टीम को पता चला कि आरटीए कार्यालय गुरुग्राम में कुछ दलाल काम करते हैं और रिश्वत लेते हैं। टीम ने लघु सचिवालय परिसर पहुंचकर पार्क में बैठे अर्जुन नगर कॉलोनी निवासी गौरव, सौभन सिंह और सुरेश कुमार से पूछताछ की।
जिसमें पता चला कि आरटीए कार्यालय में टीआई किशोरी ने 15 दिन पहले गौरव को बताया कि गाड़ियों की रजिस्ट्रेशन और एनओसी जारी करने के लिए अन्य सभी दलालों से धन जुटाओ। प्रत्येक कार को गुरुग्राम रजिस्ट्रेशन से 1500 रुपये और बाहर जिलों से 2900 रुपये रिश्वत देना था। टीआई किशोरी गौरव को इस उगाही कार्य के लिए प्रति सप्ताह ३ हजार रुपये मिलते थे। बीते दस से बारह दिन से गौरव इसे उगाही कर रहा था।
हरियाणा RTA ऑफिस में रजिस्ट्रेशन के लिए जमा करने वाली फाइल दलालों को दी जाती है। किशोरी हर दिन इन फाइलों की सूची पर गर्व करती है। List बताता है कि गौरव सभी दलालों से पैसे उगाही करके टीआई किशोरी का फोन आने पर उसे देता था। 28 अगस्त से 11 सितंबर के बीच उसने 7 लाख रुपये एकत्र कर टीआई किशोरी को दिए हैं।
किशोरी ने अब तक उसे सात हजार रुपये इसके लिए दिए हैं। लिस्ट के अनुसार, उसे कुल 36 लाख 63 हजार 300 रुपये टीआई किशोरी को देने होंगे। टीम ने तलाशी के दौरान 40500 रुपये बरामद किए। मामला शिवाजी नगर थाना में दर्ज किया गया है और अब एसआईटी मामले की जांच कर रही है।