Lok Sabha election 2024: मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के बीच उपचुनाव की सुगबुगाहट, वजह जानिए
Lok Sabha election 2024: मध्य प्रदेश में चार चरणों में चुनाव हो चुके हैं और अभी नतीजे बाकी हैं। इस बीच, विधानसभा उपचुनाव को लेकर चर्चा होने लगी है।
लोकसभा के चार चरणों में चुनाव हो चुका है। अब तीन चरणों में चुनाव होगा। इस बीच, मध्य प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव को लेकर हलचल बढ़ी है। इसलिए कांग्रेस से तीन विधायक बीजेपी में शामिल हो गए हैं, जबकि पांच विधायक लोकसभा चुनाव में हैं। राज्य में तीन से आठ विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होने की उम्मीद है। यह संभव है क्योंकि तीन कांग्रेस विधायक छिंदवाड़ा के अमरवाड़ा से कमलेश शाह, सागर जिले के बीना विधानसभा क्षेत्र से निर्मला सप्रे और श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा सीट से रामनिवास रावत ने बीजेपी का दामन थाम लिया है।
बुधनी विधानसभा क्षेत्र से शिवराज सिंह चौहान
इस तरह आगामी समय में इन तीनों सीटों पर उपचुनाव होना तय है। कांग्रेस और बीजेपी ने भी पांच विधायकों को लोकसभा का उम्मीदवार बनाया है। मध्य प्रदेश में लोकसभा की 29 सीटें हैं, जहां चार चरणों में चुनाव हुए हैं और 4 जून को चुनावी नतीजे घोषित होंगे। वर्तमान में पांच स्थानों पर विधायक चुनाव लड़ रहे हैं। बीजेपी ने बुधनी को पूर्व मुख्यमंत्री और विधायक शिवराज सिंह चौहान को विदिशा से उम्मीदवार घोषित किया है। कांग्रेस ने सतना से विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा को सतना संसदीय क्षेत्र से, डिंडोरी से विधायक ओमकार सिंह मरकाम को मंडला संसदीय क्षेत्र से, पुष्पराजगढ़ से विधायक फुन्देलाल मार्को को शहडोल संसदीय क्षेत्र से और तराना से विधायक महेश परमार को उज्जैन संसदीय क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया है।
तीन विधायकों के पाला बदलने से उपचुनाव तय
राज्य में तीन विधायकों के पाला बदलने से उपचुनाव होता है, और अन्य स्थानों पर पांच विधायकों की जीत और हार के आधार पर उपचुनाव हो सकते हैं। इस संभावना ने अभी से कई दावेदारों को उपचुनाव में उम्मीदवार बनने के लिए प्रेरित किया है। कांग्रेस और बीजेपी में भी विधानसभा उपचुनाव पर बहस शुरू हो गई है। माना जाता है कि बीजेपी उन तीन स्थानों से कांग्रेस से आए विधायकों को ही उम्मीदवार बनाएगी, जबकि कांग्रेस नए लोगों को उम्मीदवार बना सकती है। इसके अलावा, लोकसभा चुनावों के परिणामों के बाद दोनों ही दल नए सिरे से उम्मीदवार की तलाश में जुट जाएंगे।