Lok Sabha चुनाव 2024: गुरुग्राम से प्रत्याशी और कांग्रेस नेता राज बब्बर ने कहा कि बीजेपी वस्तुस्थिति से उलट दावे कर रही है जबकि उसे किसी भी राज्य में बढ़त मिलती दिखाई नहीं दे रही है
कांग्रेस नेता राज बब्बर ने कहा कि हरियाणा के गुरुग्राम में लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी सभी 10 सीटें जीतेगी। राज बब्बर ने कहा, “गुरुग्राम में जनता की प्रतिक्रिया देख रहा हूं और ऐसा माहौल बन चुका है जहां लोग चाहते हैं कि इस बार बीजेपी को सरकार में न आने दें।”राज बब्बर ने बीजेपी के ‘400 पार’ के नारे का हवाला देते हुए कहा कि पार्टी खुद को धोखा दे रही है। बीजेपी में सभी इसे रट्टू तोता की तरह बोल रहे हैं।
बीजेपी ने खुद को धोखा दिया है। वस्तुस्थिति देखकर भी धोखा दे रही है। इस प्रकार का प्रचार और प्रपंच जनता में चुनाव जीतने में कामयाब नहीं होता। 2014 में, उन्होंने फिल्म का ट्रेलर दिखाया। जनता ने सोचा कि फिल्म आने वाली है। 2019 में भी उसके इंतजार में चुनाव जीत गए। फिल्म देखने के बाद अब ‘द इंड’ लग गया है। फिल्म देखकर लोगों ने कहा कि फिल्म अच्छी नहीं है। ट्रेलर द्वारा प्रचार किया गया है। प्रसार से प्रोडक्ट समझ में आता है और उनका प्रोडक्ट आ गया है.”
राज बब्बर: मिट्ठू तोते की तरह रट रहे ‘400 पार’
राज बब्बर ने बीजेपी पर तंज करते हुए कहा, “कहां से 400 पार सीटें ला रहे हैं?” कौन सी सीट बढ़ी है? कश्मीर से विस्तार? क्या पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार या बंगाल सबसे अच्छे प्रदर्शन कर रहे हैं? महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश या राजस्थान से आगे बढ़ रहे हैं? गुजरात तमिलनाडु, कर्नाटक, आंधा या तेलंगाना से बेहतर है? ये जानना चाहिए। 400 गिनतियां पार हो गई हैं। मिट्ठू तोता पिंजड़े में है। सरकार ने बांधा हुआ है जो आता है वह चार सौ पार कहता रहता है.”
मैनिफेस्टो को लेकर BJP को दिया यह उत्तर
राज बब्बर ने बीजेपी द्वारा कांग्रेस मैनिफेस्टो को मुस्लिम लीग मैनिफेस्टो बताने पर कहा, “ये पंडित जवाहर लाल नेहरू से लेकर मनमोहन सिंह तक जो मैनिफेस्टो रहा है, उसमें प्रगति आई है और स्मॉल स्केल इंडस्ट्री बढ़ी है।” मोदी सरकार में वह तेजी से नीचे आ गई है। इनके बारे में ज्यादा बोलने का फायदा नहीं है. जमीन को नहीं समझ रहे हैं.”
आरक्षण पर राज बब्बर का उत्तर
विरोधियों का कहना है कि कांग्रेस सत्ता में आने पर आरक्षण को खत्म कर एक विशेष वर्ग को आरक्षण देगी? जवाब देते हुए राज बब्बर ने कहा, “इको कानून पर भरोसा नहीं है। हमारे पास है। जो नहीं हो सकता, उसके बारे में क्यों बात करें? जो दलित और पिछड़े का जो कोटा है, उसे कैसे खत्म करेंगे. ये सवाल इनके द्वारा किया गया प्रपंच है.”