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Punjab Lok Sabha Election 2024: पंजाब में सुबह 11 बजे तक कितना मतदान हुआ, इस सीट पर सबसे अधिक मतदान

Punjab Lok Sabha Election 2024: 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए पंजाब की सभी 13 सीटों पर 1 जून को शाम 6 बजे तक मतदान जारी रहेगा। इस दौरान सुबह 11 बजे तक 23.91 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया है।

आज पंजाब की लोकसभा चुनाव (1 जून) में लोकसभा की सभी 13 सीटों और पंजाब के चंडीगढ़ में मतदान हो रहा है। कड़ी सुरक्षा के बीच हुए 7वें और अंतिम चरण के मतदान के साथ ही राज्य की सभी 13 सीटों पर मतदान प्रक्रिया पूरी हो गई। लोकसभा चुनाव 2024 के लिए मतदान 1 जून को शाम 6 बजे तक जारी रहेगी। इस दौरान सुबह 11 बजे तक 23.91 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया है।

पंजाब में सातवें चरण के तहत 13 सीटों पर मतदान हो रहा है, जिसमें अमृतसर, आनंदपुर साहिब, बठिंडा, फरीदकोट, फतेहगढ़ साहिब, फिरोजपुर, गुरदासपुर, होशियारपुर, जालंधर, खडूर साहिब, लुधियाना, पटियाला और संगरूर शामिल हैं। इसके चलते हर मतदान केंद्र पर लोगों की भारी भीड़ उमड़ी। कहीं-कहीं सुबह 7:00 बजे से पहले ही लाइन लग गई, तो कहीं-कहीं हर घंटे के साथ भीड़ बढ़ती गई। हालांकि, सुबह के समय गर्मी और चिलचिलाती धूप का प्रकोप शुरू हो गया है।

पंजाब में सुबह 11 बजे से 14 बजे के बीच कितने प्रतिशत मतदान हुआ?

2024 के लोकसभा चुनाव के सातवें चरण में पंजाब की 13 सीटों पर 23.91 प्रतिशत वोट पड़े। यहां जानें सीटों से जुड़े आंकड़े।

अमृतसर- 20.17%
आनंदपुर साहिब- 23.99%
बठिंडा- 26.56%
फरीदकोट- 22.41%
फतेहगढ़ साहिब- 22.69%
फिरोजपुर- 25.73%
गुरदासपुर- 24.72%
होशियारपुर- 22.74%
जालंधर- 24.59%
खडूर साहिब- 23.46%
लुधियाना- 22.19%
पटियाला- 25.18%
संगरूर- 26.26%

बता दें पंजाब के 2.14 करोड़ मतदाता 328 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे. इस चुनाव में पांच मंत्री समेत कुल 12 विधायक, 6 सांसद और चार राजनीतिक पार्टियों की साख दांव पर है. पंजाब में पहली बार हुआ है जब भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और शिरोमणि अकाली दल मैदान में हैं. मुख्य रूप से मुकाबला बीजेपी, कांग्रेस और आप के बीच में है.

कांग्रेस अब राष्ट्रीय स्तर अपने गारंटियों के साथ चुनाव प्रक्रिया में शामिल हो गई है। आम आदमी पार्टी ने अपने अस्तित्व के दो साल जनता तक पहुंचने में लगा दिए हैं। इसके विपरीत पंजाब भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट चुानव लड़ रही है। इसी तरह शिरोमणि अकाली दल क्षेत्रीय मूल की पार्टी होने के नाम पर समर्थन जुटाने की कोशिश कर रही है। इस बार सभी पार्टियों ने अपने सबसे ताकतवर नेताओं को चुनाव में उतारा है।

 

 

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