Haryana news: हिमाचल प्रदेश में सुखविंद्र सिंह सुक्खू की नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने के मामले में पुलिस केस का सामना कर रहे हरियाणा के सीएम के एडवाइजर (पब्लिसिटी) तरुण भंडारी को हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट से राहत मिली है। उनकी अग्रिम जमानत याचिका को सोमवार को हाईकोर्ट में सुनवाई के बाद मंजूर कर लिया गया।
Haryana news: भंडारी को भी पुलिस जांच में शामिल होने को कहा गया है। तरुण भंडारी अब मंगलवार को शिमला पुलिस स्टेशन में पुलिस जांच में शामिल होंगे। हिमाचल प्रदेश में राज्यपाल चुनाव के दौरान हुए “खेल” के बाद सुक्खू सरकार की स्थिति खराब हो गई। सरकार के खिलाफ कांग्रेस के छह विधायक और तीन निर्दलीय विधायक थे। उस समय ये सभी नौ विधायक पंचकूला और चंडीगढ़ भी आए, जहां उनके ठहरने की व्यवस्था की गई थी। इन विधायकों के साथ तरुण भंडारी देखे गए। तरुण भंडारी का नाम भी शिमला पुलिस की एफआईआर में है।
सरकार को गिराने का षड्यंत्र करने का आरोप उन पर लगाया गया है। तरुण भंडारी हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के करीबी हैं। सोमवार को हिमाचल हाईकोर्ट में तरुण भंडारी के वकील रजोश कुमार और विशाल वर्मा ने पुलिस की कार्रवाई पर भी सवाल उठाए। सरकारी अधिवक्ता ने कहा कि युवा भंडारी केस दर्ज होने के बाद भी पुलिस जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। हाईकोर्ट ने भंडारी को अग्रिम जमानते देते हुए पुलिस जांच में भाग लेने को कहा।