मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान
- मुख्यमंत्री ने समूह डिप्टी कमिश्नरों के साथ की मीटिंग
- आम लोगों की मदद के लिए राज्य भर में स्थापित होंगे ‘मुख्यमंत्री सहायता केंद्र’
- सरकारी दफ़्तरों में लोगों को होती परेशानी ख़त्म की जायेगी
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज स्पष्ट शब्दों में कहा कि समूह डिप्टी कमिश्नर अपने-अपने जिलों के सरकारी दफ़्तरों में आम लोगों को किसी भी तरह की असुविधा और परेशानी के लिए सीधे तौर पर जवाबदेह होंगे।
यहाँ डिप्टी कमिश्नरों के साथ मीटिंग के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि आम लोगों को साफ़-सुथरा, जवाबदेह और प्रभावशाली प्रशासन मुहैया करवाना राज्य सरकार का फ़र्ज़ है। उन्होंने कहा कि इस कार्य को यकीनी बनाने के लिए डिप्टी कमिश्नर ही सबसे कारगर भूमिका निभा सकते हैं जिससे लोगों को सरकारी दफ़्तरों में नागरिक केंद्रित सेवाएं निर्विघ्न तौर पर मुहैया करवाई जा सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि डिप्टी कमिश्नरों का यह फर्ज बनता है कि वे यह यकीनी बनाएं कि उनके सम्बन्धित जिलों के लोगों को सरकारी दफ़्तरों का दौरा करते समय किसी किस्म की असुविधा का सामना न करना पड़े।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट तौर पर कहा कि इस काम में ढील बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जायेगी और ऐसी किसी भी लापरवाही के लिए सम्बन्धित डिप्टी कमिश्नर को जवाबदेह बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार राज्य के हर जिले में ‘मुख्यमंत्री सहायता केंद्र’ स्थापित करने का नवीन प्रयास लेकर आ रही है जिससे लोग इस सहायता केंद्र के द्वारा सरकारी सेवाओं का लाभ ले सकें। भगवंत सिंह मान ने बताया कि ‘मुख्यमंत्री सहायता केंद्र’ पर एक समर्पित अधिकारी उपस्थित रहेगा जो आम लोगों के रोज़मर्रा के प्रशासकीय कामकाज के साथ सम्बन्धित आवेदन-पत्र प्राप्त करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिले के प्रशासकीय कामों सम्बन्धी आवेदन-पत्र सम्बन्धित विभाग को भेजा जायेगा जिससे काम को तुरंत पूरा किया जा सके। इसी तरह राज्य सरकार से सम्बन्धित कामों को मुख्यमंत्री दफ़्तर भेजा जायेगा जिनके हल के लिए इन आवेदन-पत्र को प्रशासनिक विभागों के पास भेजा जायेगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ‘चीफ़ मनिस्टर डैशबोर्ड’ जिले भर में आम लोगों से उनकी अर्ज़ियाँ और बकाया कामों के बारे फीडबैक लेने के साथ-साथ समूची गतिविधियों की निरंतर निगरानी करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह आम लोगों के रोज़मर्रा के कामों को समयबद्ध और तुरंत पूरा करने को यकीनी बनाऐगा। उन्होंने कहा कि अधिकारी इस डैशबोर्ड की नियमित तौर पर निगरानी करेंगे जिससे यह निश्चित बनाया जा सके कि लोगों को अपने आम प्रशासनिक कामकाज के लिए किसी किस्म की असुविधा का सामना न करना पड़े।
भगवंत सिंह मान ने स्पष्ट तौर पर कहा, ‘‘यह सही मायनों में पंजाबियों की सरकार है क्योंकि पंजाब के लोगों ने ज़बरदस्त जनादेश देकर मुझ में विश्वास जताया था जिससे उनको किसी किस्म की परेशानी का सामना न करना पड़े।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार यह यकीनी बनाऐगी कि आम लोगों के सभी कामकाज बिना किसी देरी से किये जा सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की नवीनतम तकनीक को अपनायेगी जिससे सरकारी अधिकारियों का अपने दफ़्तरों में उपस्थित होने और लोगों को सेवाएं प्रदान करना निश्चित किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के कामकाज में विधायकों और अन्य जन प्रतिनिधियों की शमूलियत को भी बढ़ाया जायेगा जिससे वह प्रशासन और पंजाब सरकार के दफ़्तरों के साथ तालमेल करके लोगों के कामों को पूरा कर सकें। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अलग- अलग गाँवों का एक कलस्टर बनाया जायेगा जहाँ प्रशासनिक अधिकारी स्थानीय विधायक और जन प्रतिनिधियों के साथ इन गाँवों में जाकर लोगों की शिकायतों का मौके पर ही निपटारा करेंगे जिससे लोगों को कामों के लिए इधर-उधर भटकना न पड़े। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक क्रांतिकारी कदम होगा क्योंकि ‘ सरकार तुहाडे द्वार’ प्रोग्राम के द्वारा सरकार लोगों के दर पर पहुँच जायेगी और यह यकीनी बनाऐगी कि आम लोगों के कामों को प्रमुखता दी जाये। उन्होंने कहा कि ज़िला प्रशासन की तरफ से दफ़्तरों में पूछताछ और जांच केन्द्रों के रूप में विशेष काउन्टर स्थापित किये जाएंगे, जिससे लोगों को उस दफ़्तर का तुरंत पता लग सके कि उनका काम कहाँ से होना है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इससे लोगों के समय और ऊर्जा की बचत होने के साथ-साथ उनके काम को समयबद्ध ढंग के साथ करना यकीनी बनाया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि सरकार ने धान के सीजन के दौरान किसानों को सिंचाई के लिए नहरी पानी मुहैया करवाने का क्रांतिकारी कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि इस फ़ैसले का मकसद किसानों की तरफ से नहरी पानी की योग्य प्रयोग को यकीनी बना कर भूजल के गिर रहे स्तर को रोकना है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि आज भूजल को बचाने की सख़्त ज़रूरत है जिससे हमारी आने वाली पीढ़ियों का जीवन सुरक्षित बनाया जा सके।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि मॉनसून के आगामी सीजन में बाढ़ की रोकथाम की तैयारी का ज़मीनी स्तर पर जायज़ा लेने के लिए वह व्यापक स्तर पर दौरे करेंगे। उन्होंने कहा कि उनका दौरा घग्गर नदी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के आसपास होगा जिससे ज़मीनी स्तर पर तैयारियों का जायज़ा लेने के लिए अचानक जांच की जा सके। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य के अन्य हिस्सों में भी ऐसी जांच की जायेगी जिससे आने वाले मॉनसून सीजन के दौरान लोगों को किसी किस्म की दिक्कत का सामना न करना पड़े।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैडीकल परीक्षा नीट के लीक होने से उन होनहार विद्यार्थियों का भविष्य बर्बाद हो गया है जिन्होंने इस परीक्षा के लिए दिन-रात मेहनत की। उन्होंने कहा कि यह और भी शर्मनाक बात है कि केंद्र सरकार ने नीट परीक्षा के किसी भी तरह के लीक होने से इन्कार किया था परन्तु यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस घटना ने परीक्षा की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों की मानसिकता को ठेस पहुंचायी है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह बहुत ही निंदनीय है और ऐसे प्रचलनों को सख़्ती से रोका जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पंजाब सरकार के पास राज्य के हरेक क्षेत्र के लिए बिजली की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि पंजाब के पास अतिरिक्त बिजली है और चल रहे पीक सीजन के बावजूद किसी भी सैक्टर में बिजली कट नहीं लगाया जा रहा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ऐसा तभी संभव हो रहा है कि राज्य सरकार की तरफ से बड़े सुधारों की शुरुआत करके हर क्षेत्र को बिजली सप्लाई यकीनी बनाई जा रही है।