CM Yogi Adityanath: यूपी आज फिर एक रिकॉर्ड बनाने जा रहा है, सीएम योगी आदित्यनाथ ने की शुरुआत
CM Yogi Adityanath ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन और नेतृत्व में 2017 में यूपी में सरकार बनने के बाद हमने पौधरोपण अभियान शुरू किया। भाजपा की सरकार ने सात वर्ष में 168 करोड़ पौधरोपण किए।
Gorakhpur HURL: हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड( HURL) द्वारा निर्मित खाद कारखाना गोरखपुर के विकास में भरपूर योगदान देते हुए सामाजिक सरोकारों को निभाने में भी आगे हैं। इस खाद कारखाने ने स्थापना के महज तीन साल के भीतर कॉरपोरेट एन्वॉयरमेंट रिस्पांसिबिलिटी (सीईआर) फंड से 70 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि शिक्षा, स्वास्थ्य और नगरीय सुविधाओं के ढांचागत विकास पर खर्च की है। ययहां के लोग इस सीएम योगी के संघर्ष के सुखद परिणाम मानते हैं.
HURL खाद कारखाने में यूरिया उत्पादन, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से लगभग तीन दशक से निरंतर सामाजिक दायित्व निर्वहन की उपलब्धियां दर्ज होती जा रही हैं। एचयूआरएल गोरखपुर इकाई के परियोजना प्रमुख दिप्तेन रॉय ने कहा कि ये खाद कारखाने यूरिया के किसानों की मुश्किलों को कम करने के साथ-साथ गोरखपुर की शिक्षा और स्वास्थ्य की आधारभूत संरचना को भी मजबूत बना रहा है.
सामाजिक कामों में भी रहा योगदान
गोरखपुर में HURL ने अपने सीईआर फंड से दो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना कराई है और 16 स्वास्थ्य केंद्रों पर बच्चों के इलाज के लिए हाईटेक पीडियाट्रिक आईसीयू बनाए गए हैं। इसके अलावा, उसने मानीराम के समीप स्थित सोनबरसा गांव को मॉडल विलेज के रूप में विकसित किया है, 12 प्राइमरी स्कूलों में आरओ प्लांट लगाए हैं और कई सरकारी प्राथमिक विद्यालयों का जीर्णोद्धार कर उन्हें स्मार्ट बनाया है.
CM योगी के HURL ड्रीम प्रोजेक्ट ने गोरखपुर की छवि बदल दी और शहर को एक अलग पहचान दी।
गोरखपुर यूनिट के उप महाप्रबंधक सुबोध दीक्षित और HURL के महाप्रबंधक संजय चावला ने बताया कि इनमें से कई कार्य पूरे हो गए हैं, जबकि कुछ अभी भी निर्माणाधीन हैं। हाल ही में शुरू की गई पहल के रूप में, HURL नगर निगम के माध्यम से शहर में 27 स्थानों पर इंटीग्रेटेड सोलर स्ट्रीट लाइटिंग सिस्टम की स्थापना करने जा रहा है। CM योगी ने कई मंचों पर एचयूआरएल की प्रशंसा करते हुए कहा कि ये कारखाना खाद उत्पादन के साथ-साथ सामाजिक प्रतिबद्धताओं को आगे बढ़ा रहा है.
सीएम योगी का ड्रीम प्रोजेक्ट
गोरखपुर में HURL की स्थापना का श्रेय सीएम योगी को जाता है। ये उनका ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है। 1990 में गोरखपुर में एक दुर्घटना ने खाद कारखाना को बंद कर दिया। योगी आदित्यनाथ ने 1998 से ही इसे दोबारा चलाने की कोशिश की। 22 जुलाई 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी पहल पर पुराने खाद कारखाना परिसर में एक नए कारखाने का शिलान्यास किया। 2017 में उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद, इसकी निर्माण प्रक्रिया और तेज हो गई।
600 एकड़ क्षेत्र में 8603 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित, प्राकृतिक गैस पर आधारित इस खाद कारखाने की दैनिक उत्पादन क्षमता 3850 मीट्रिक टन है और वर्ष में 12.7 लाख मीट्रिक टन यूरिया उत्पादित करता है। कमर्शियल उत्पादन शुरू होने के बाद भी कई दिन खाद कारखाने में पूरी क्षमता से अधिक उत्पादन हुआ है। यहाँ सबसे अच्छी नीम कोटेड यूरिया बन रही है। यही कारण है कि इस कारखाने की प्रीलिंग टावर ने विश्व रिकॉर्ड बनाया है। यहां बना प्रिलिंग टॉवर 149.2 मीटर ऊँचा है। जो कुतुब मीनार की तुलना में दोगुना है। प्रीलिंग टावर की ऊंचाई जितनी अधिक होती है, यूरिया के दाने उतने छोटे व गुणवत्तायुक्त बनते हैं.
इन क्षेत्रों में खाद का भी योगदान रहा
- 72 लाख रुपये की लागत से कैम्पियरगंज सीएचसी पर हरनही और ऑक्सिजन प्लांट की स्थापना
- 14 लाख रुपये की लागत से 12 प्राथमिक विद्यालयों में स्वच्छ पेयजल के लिए RO प्लांट की स्थापना
- रामगढ़ताल का सुंदरीकरण 3.29 करोड़ रुपये में
- 12.30 करोड़ की लागत से सोनबरसा गांव का मॉडल विलेज के रूप में विकास
- 26.43 करोड़ रुपये की लागत से 16 सीएचसी पर पीडियाट्रिक आईसीयू का स्थापना
- 6.35 करोड़ की लागत से विभिन्न सरकारी विद्यालयों का कायाकल्प, शिक्षा क्षेत्र में आधारभूत ढांचे का विकास
- 21 करोड़ की लागत से 27 स्थानों पर इंटीग्रेटेड सोलर स्ट्रीट लाइटिंग सिस्टम की स्थापना
गोरखपुर के खाद कारखाने की स्थापना व संचालन त करने वाली हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (HUREL) एक संयुक्त उपक्रम है, जिसमें कोल इंडिया लिमिटेड, एनटीपीसी और इंडियन ऑयल कोर्पोरेशन लीड प्रमोटर्स हैं। साथ ही फर्टिलाइजर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड और हिंदुस्तान फर्टिलाइजर कॉर्पोरेशन लिमिटेड भी इसमें साझीदार हैं।
जहां पहले अकबरनगर पॉल्यूशन का माध्यम बना हुआ था,
आज वहां भगवान श्री राम के छोटे भाई श्री लक्ष्मण के नाम पर ‘सौमित्र वन’ विकसित किया जा रहा है… pic.twitter.com/gOp2tF2p7f
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) July 20, 2024