पंजाब

Faridabad News: ट्रैक पर ट्रेन की चपेट में आकर कीमैन की मौत, दो घंटे बंद रहा दिल्ली-आगरा रूट

रोशन शर्मा, फरीदाबाद\होडल: दिल्ली-आगरा रेलवे ट्रैक पर हसनपुर रेलवे क्रॉसिंग के पास पटरियों की चेकिंग करते समय ट्रेन की चपेट में आने से कीमैन की मौत हो गई। इससे नाराज रेल कर्मचारियों ने विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दो घंटे तक ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह से बंद कर दिया। इससे रेलवे प्रशासन में हड़कंप मच गया। घटना की जानकारी मिलते कोसीकलां थाना रेलवे प्रभारी गिर्राज मीणा व जीआरपी पुलिस चौकी प्रभारी चन्द्रपाल मौके पर पहुंचे। बाद में अधीक्षक सहायक मंडल अभियंता भी पहुंचे। मृतक के आश्रितों की हरसंभव मदद और कर्मचारियों की समस्याओं का शीघ्र समाधान कराने के आश्वासन पर कर्मचारी शांत हुए। इसके बाद ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ।

 

 

राजस्थान के मूल निवासी रविंद्र (40) मंगलवार दोपहर रेलवे ट्रैक की चेकिंग कर रहे थे। उस समय आगरा की तरफ से तकनीकी जांच के लिए अधिकारियों को लेकर रहे इंजन की चपेट में आकर वह अप से डाउन लाइन पर जा गिरे। इसी बीच दिल्ली की तरफ आ रही ट्रेन की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई। इससे गुस्साए रेलवे के कर्मचारियों ने पूरी तरह से रेलवे परिचालन बंद कर दिया।

 

 

विभाग पर लापरवाही का आरोप

सूचना मिलने पर आसपास काम कर रहे कर्मचारी भी वहां आ गए। उन्होंने विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए रेलवे प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। घटना के बाद रेलवे पुलिस कोसीकलां और जीआरपी पुलिस होडल मौके पर पहुंची और कर्मचारियों को ट्रैक से हटाने का प्रयास किया। कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि रेलवे के अधिकारियों ने ट्रैकमैन पद पर तैनात रविंद्र से कीमैन का काम ले रहे थे।

 

कार्रवाई करने की मांग

कर्मचारी राजकुमार मीणा, रामराज्य मीणा, विवेक कुमार यादव, प्रवेंद्र कुमार यादव, हाकिम सिंह और अवधेश आदि ने बताया कि गलत तरीके से काम का विरोध करने पर अधिकारी चार्जशीट जारी करने की धमकी देते हैं। बार-बार शिकायत के बाद भी उनकी समस्या नहीं सुनी जाती है। कर्मचारियों ने इंजन पर तैनात चालक और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग भी की।

 

2 घंटे तक बंद रहा रेलवे ट्रैक

उधर, 2 घंटे तक रेलवे ट्रैक बंद होने पर अधीक्षक सहायक मंडल अभियंता मथुरा गिरजेश कुमार यादव घटनास्थल पर पहुंचे। अधिकारियों के लिखित आश्वासन के बाद कर्मचारी वहां से हटे। इसके बाद यातायात सुचारु हो पाया।

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