Harbhajan Singh ETO: पंजाब में बिजली चोरी पर लगाम, 296 एफआईआर दर्ज, 38 कर्मचारी बर्खास्त
बिजली मंत्री Harbhajan Singh ETO का कहना है कि बिजली चोरी के खिलाफ कड़े कदम लगातार जारी रहेंगे
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने बिजली चोरी के खिलाफ अपना अभियान तेज कर दिया है और अकेले अगस्त में राज्य भर में बिजली चोरी विरोधी पुलिस स्टेशनों में 296 एफआईआर दर्ज की हैं। इसके अतिरिक्त, भ्रष्ट आचरण में लिप्त होने के कारण 38 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया है।
पंजाब के बिजली मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने मंगलवार को यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में यह खुलासा किया। पावर ने कहा, “राजस्व घाटे को रोकने के लिए, राज्य भर में नियमित जांच और छापेमारी की जा रही है, जिसके कारण पटियाला जोन में 90, अमृतसर जोन में 79, बठिंडा जोन में 71, लुधियाना जोन में 29 और जालंधर जोन में 27 एफआईआर दर्ज की गई हैं।”
इस बात पर जोर देते हुए कि ये एफआईआर पंजाब सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के अनुरूप दर्ज की गई हैं, बिजली मंत्री ने कहा कि पिछले दो महीनों के दौरान भ्रष्ट आचरण के लिए 37 आउटसोर्स मीटर-रीडर और एक सुपरवाइजर को बर्खास्त कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार व बिजली चोरी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
बिजली मंत्री ने बिजली चोरी से निपटने की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि इस समस्या के खिलाफ कड़े कदम निरंतर जारी रहेंगे। उन्होंने बिजली चोरी में शामिल लोगों को अपनी गतिविधियां बंद करने और अपने बिजली कनेक्शन नियमित कराने की कड़ी चेतावनी दी। बिजली मंत्री ने कहा, “बिजली विभाग बिजली चोरी को खत्म करने के अपने दृढ़ संकल्प में दृढ़ है, जो राज्य के संसाधनों पर एक महत्वपूर्ण बर्बादी है।” उन्होंने कहा कि इस अवैध गतिविधि में शामिल लोगों की पहचान करने और उन पर मुकदमा चलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
बिजली मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने पहले ही बिजली विभाग के अधिकारियों को राज्य भर में व्यापक विशेष निरीक्षण करने के स्पष्ट निर्देश जारी कर दिए हैं। इन निरीक्षणों का उद्देश्य दोहरा है: बिजली चोरी को रोकना और इन अवैध गतिविधियों के कारण होने वाले राजस्व घाटे की वसूली करना।