Punjab Police
Punjab Police: एस. ए. एस. नगर पुलिस ने राज्य को नशामुक्त राज्य बनाने की अपनी कोशिश में अंतरराष्ट्रीय नशा तस्करी सिंडिकेट (जो राज्य में हेरोइन की तस्करी के लिए जैकटों का प्रयोग करता था) का पर्दाफाश करते हुए दो गुर्गों को 500-500 ग्राम हेरोइन के साथ भरी तीन हाफ़ स्लीव जैकटों के साथ गिरफ्तार किया है।
डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस (DGP) पंजाब गौरव यादव ने बताया कि गिरफ्तार लोगों की पहचान फरीदकोट के भाना निवासी सुखदीप सिंह उर्फ राजा और रोहतक के अजैब निवासी कृष्ण है।
पुलिस ने आरोपियों से 1.5 किलोग्राम हेरोइन बरामद करने के अलावा, टैक्सी में नशीले पदार्थों की तस्करी करते हुए उनकी सफ़ेद हुंडयी ओरा (HR12 AT 7091) कार भी पकड़ी है। डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि प्राथमिक जांच से पता चला कि दिल्ली में रहने वाले एक अफगान नागरिक ने हेरोइन की खेप खरीदी थी. इससे नैटवर्क के अंतरराष्ट्रीय ड्रग कारटिल के साथ संबंधों का पर्दाफाश होने के साथ-साथ यह भी पता चला कि वह जैकटों में हेरोइन छिपाकर इसकी तस्करी करते थे ताकि गिरफ्तारी से बच सकें।
प्राथमिक पूछताछ में गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने बताया कि उन्होंने पिछले दो महीने में कोटकपूरा के नशा तस्कर लखविन्दर सिंह के साथ मिलकर चार खेपों हेरोइन की तस्करी की थी और हाल ही में 10 किलो हेरोइन खरीदी थी, जो मोगा में बेची गई थी। एनडीपीएस कानून के कम से कम दस मामलों का सामना कर रहा आरोपी लखविन्दर सिंह को इस माड्यूल का प्रमुख चालक बताया जा रहा है, जो पूरे नशे के नैटवर्क को नियंत्रित करता था।
डीजीपी ने कहा कि पुलिस टीमें फरार लखविन्दर सिंह को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही हैं। उनका कहना था कि इस मामले में आगे की जांच की जा रही है ताकि अगले-पिछले संबंधों का पता लगाया जा सके। डीआईजी रोपड़ रेंज नीलांबरी जगदले ने बताया कि भरोसेयोग सूचना मिली कि हेरोइन सहित ड्रग सिंडिकेट के दो मैंबर दिल्ली से ओरा की ओर आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि डीएसपी बिकरमजीत सिंह बराड़ के नेतृत्व में तेजी से कार्यवाही करते हुए पुलिस बलों ने लालड़ू के दप्पर टोल प्लाज़ा के पास एक विशेष नाका लगाया और सफलतापूर्वक वाहन को घेरा डालकर दो लोगों को नशीले पदार्थों के साथ गिरफ्तार कर लिया।
एस. एस. पी दीपक पारिक ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस को बताया कि गिरफ्तार आरोपी सुखदीप का पुराना आपराधिक रिकार्ड भी है, जिसके खिलाफ 2020 में अगवा का केस दर्ज हुआ था। उनका कहना था कि फरीदकोट जेल से मई 2024 में रिहा होने के बाद वह जुलाई 2024 में हेरोइन की तस्करी के इस नैटवर्क में शामिल हुआ था। एस. एस. पी ने बताया कि गिरफ्तार लोगों ने नशा तस्करी करने के लिए सोहाना, SAS नगर में भी किराये पर घर लिया था। एस. ए. एस. नगर के थाना लालड़ू में एन. डी. पी. एस एक्ट की धाराओं 21 और 29 के अंतर्गत इस संबंध में FIR नंबर 141 दिनांक 3 अक्टूबर 2024 में दर्ज किया गया है।