Mental Health: जिंदगी से तनाव को कैसे दूर करें? ओशो ने बताया कि पांच बातें मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बना देंगी
Mental Health
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों को बहुत अधिक तनाव का सामना करना पड़ता है। लंबे समय तक तनाव में रहने से Mental Health बुरी तरह प्रभावित होती है। हमारे देश में मानसिक स्वास्थ्य को गंभीरता से नहीं लिया जाता। लोग अक्सर मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं को नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए मेंटल हेल्थ को सुधारना बेहद महत्वपूर्ण है। आज आपको बताएंगे कि तनाव को कम करने और अपनी जिंदगी को खुशहाल बनाने के लिए कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है।
ओशो धाम की मेडिटेशन फेसिलिएटर मां ध्यान प्राची ने बताया कि तनाव हर समय बुरा नहीं होता। इसका सुंदर उपयोग किया जा सकता है। यह जरूरी नहीं कि तनाव हमेशा नेगेटिव ही होता है, लेकिन तनाव को नेगेटिव मानना हमें परेशान करता है। तनाव आपको आत्मनिर्भर बना सकता है और एक रचनात्मक शक्ति बन सकता है। जब आप तनाव में हैं, इसे क्रिएटिव एनर्जी के रूप में प्रयोग करें। यह स्वीकार करना चाहिए कि इससे लड़ने की कोई आवश्यकता नहीं है। बस तनाव शरीर को इससे लड़ने के लिए तैयार करता है।
नेगेटिविटी को कैसे दूर कर सकते हैं?
ओशो का कहना है कि हमें दर्द, डिप्रेशन या किसी भी कठिन हालात को पूरी तरह से जीना और अनुभव करना चाहिए। नेगेटिविटी से बाहर निकलने का कोई उपाय नहीं है। जितनी गहराई से हम इसे समझेंगे, उतना ही आसानी से प्रकाश और सकारात्मकता की ओर बढ़ना होगा। हम सभी में बहुत सी भावनाएं छुपाने की जरूरत है। ध्यान करने के तरीके तनाव कम करने में बहुत अच्छे हैं। ये हमारी मानसिक शांति प्रदान करते हैं। सक्रिय ध्यान से शुरुआत करें और फिर विभिन्न प्रौद्योगिकियों की ओर बढ़ें।
क्या सबसे बड़ी वजह है तनाव?
ओशो ने कहा कि तनाव और मानसिक बीमारी का सबसे बड़ा कारण अतीत और भविष्य के बारे में लगातार सोचना है। बेकार का सोचना हमें वास्तविकता से दूर ले जाता है और हम गुजरे हुए कल के साथ जीते हैं। इसलिए आज रहना महत्वपूर्ण है। ध्यान बस वर्तमान में रहना है, विचारों में नहीं फंसना। कल्पना आएगी और जाएगी, हम सिर्फ चुपचाप बैठकर उन्हें देखेंगे। चलने, नाचने, फर्श साफ करने, खाना बनाने, या अन्य कार्यों में वर्तमान का अभ्यास कर सकते हैं। हम वर्तमान में हैं जब हम अपने काम में पूरी तरह डूबे होते हैं और सोचने के लिए कोई समय नहीं बचता। पूरी तरह से वर्तमान में रहना असली आनंद है।
बूस्ट मेंटल हेल्थ कैसे कर सकते हैं?
ओशो ने मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने के लिए कई उपाय बताए हैं। ओशो ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने के लिए साधारण चीजों से शुरुआत करें, जैसे गहरी सांस लेना, तेज चलना, नाचना, दोस्तों से बात करना, अच्छी किताबें पढ़ना, खेल खेलना और प्रकृति में समय बिताना। तैराकी भी एक ऐसा खेल है जिसे नियमित रूप से खेलने से आपका मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर हो सकता है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जो है उसके लिए आभारी रहना हमें खुश करता है और जीवन में अच्छे दिनों की ओर ले जाता है। अगला क्षण इसी क्षण से आता है, इसलिए इसे जीते रहें।