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CM Bhagwant Mann की पहल: किसानों को निरंतर मिल रही है  बिजली सब्सिडी

CM Bhagwant Mann सरकार की इस योजना से किसान खुश, पंजाब में सिंचाई के लिए अब कोई समस्या नहीं है

CM Bhagwant Mann सरकार की इस योजना से किसान खुश, पंजाब में सिंचाई के लिए अब कोई समस्या नहीं है: Punjab, जिसे भारत का अनाज का कटोरा भी कहते हैं, अपने समृद्ध और गौरवपूर्ण इतिहास, जीवंत संस्कृति और उत्साहपूर्ण लोगों के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है।

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान (CM Bhagwant Singh Mann) ने किसानों के हित में निरंतर प्रयास किए हैं। पंजाब की अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा खेती पर निर्भर है क्योंकि राज्य कृषि-प्रधान है। बिजली की भूमिका खेती किसानी की इस प्रक्रिया में बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि सिंचाई पंप और अन्य उपकरण बिजली से संचालित होते हैं।

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान (CM Bhagwant Singh Mann) ने बिजली की लागत को कम करने के लिए एक व्यापक योजना बनाई। जिनमें से एक प्रमुख योजना बिजली-सब्सिडी है। पंजाब (Punjab) के कृषि क्षेत्र को मजबूत करने के साथ-साथ राज्य के किसानों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की यह योजना एक महत्वपूर्ण कदम है।

पंजाब (Punjab) में किसानों को मुफ्त बिजली की योजना बहुत पहले से लागू थी, लेकिन गांवों में बिजली नहीं आती थी, इसलिए किसान इसका लाभ नहीं ले पा रहे थे। किसानों को बिजली नहीं मिलने की वजह से फसलों को डीजल से सिंचाई करनी पड़ती थी, लेकिन आम आदमी पार्टी की सरकार बनते ही किसानों को 8 घंटे तक बिजली बिना कटौती के मिलने लगी। इसके लिए पंजाब को बाकायदा क्षेत्रों में बांटा गया। किसानों को दिया गया समय उस समय बिजली मिलने लगी। जिससे किसानों को जनसेट के माध्यम से फसलों की सिंचाई करने के लिए डीजल नहीं खरीदना पड़ता।

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि किसानों की सुविधा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्हें हर दिन 8 घंटे बिना किसी बाधा के मुफ्त बिजली मिलती है, जिससे वे अपनी फसलों को अधिक पानी दे सकते हैं और अधिक उत्पादन कर सकते हैं।

सीएम भगवंत सिंह मान ने किसानों की इस योजना की प्रशंसा की, जिससे उनका सरकार पर भरोसा बढ़ा। समय पर और पूरी बिजली मिलने के दोनों फायदे थे। एक तो किसानों को खेतों में रात को पानी डालने के लिए नहीं जाना पड़ता है। दूसरी ओर, उन्हें डीजल नहीं खरीदना पड़ा। वहीं पर्यावरण भी बच गया। क्योंकि कुछ लोगों ने अपनी आवश्यकता से अधिक पानी निकाला।

पुरानी राज्य सरकारों में, जब बिजली समय पर नहीं मिलती थी, आटोमेटिक मोटरों ने बिना आवश्यकता के भी पानी खींचा। अब जब बिजली समय पर मिलने लगी है, किसानों ने भी मोटर चलाई। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की लगातार कोशिशों से किसानों के लगभग सभी ट्यूबवेलों को नियमित आठ घंटे से अधिक समय तक बिजली मिली।

छोटे और सीमांत किसान पहले से ही कई आर्थिक चुनौतियों से जूझ रहे हैं, इसलिए मुख्यमंत्री मान के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा किया जा रहा यह काम बहुत महत्वपूर्ण है। बिजली मिलने से डीजल खरीदने में उनका पैसा बचने लगा है।

CM Bhagwant Singh Mann ने कहा कि 36 प्रतिशत खेतों में नहरी पानी से सिंचाई होती है, इसके लिए जमीन के नीचे पाइप बिछाए जाएंगे। उनका कहना था कि पंजाब में नहरी पानी से सिंचाई अभी तक केवल 36% खेतों में होती है, लेकिन इस साल यह 44% तक पहुंच गया है और अगले वर्ष 70% तक पहुंचने का सरकार का लक्ष्य है। इससे ट्यूबवेल स्वचालित रूप से चलने बंद हो जाएगा। सरकार की कोशिश है कि किसानों को नए ट्यूबवेल कनेक्शन न दें, जो पहले से ही जरूरत से अधिक हैं। इससे भूजल भी प्रभावित होता है।

मुख्यमंत्री की नीतियाँ

भगवंत सिंह मान की किसानों के प्रति यह भावना उनकी समझदारी और जनसेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। मान ने यह सुनिश्चित किया कि यह योजना एक दीर्घकालीन समाधान होगा।

ग्रीन एनर्जी पर ध्यान देने के लिए, पंजाब के सीएम भगवंत सिंह मान सरकार ने किसानों को सोलर पैनल लगाने के लिए भी प्रोत्साहित किया है। इससे बिजली की लागत कम होगी और राज्य की ऊर्जा आवश्यकताओं को संतुलित रखा जाएगा। यह भी पर्यावरण संवर्धन में एक महत्वपूर्ण कदम है। CM का मानना है कि  हमारे किसानों का अधिक सोलर प्रयोग भविष्य में बेहतर होगा। सोलर पावर का उपयोग करने से बिजली की बचत होती है, साथ ही पैसे बचते हैं और पर्यावरण सुरक्षित रहता है।

मान सरकार भी आगामी समय में सोलर एनर्जी को बढ़ाने की योजना बनाएगी। सीएम अनुमान के अनुसार, पंजाब बिजली का सरप्लस राज्य होगा। पुरानी सरकारें भी सरकारी विभागों को घाटे में दिखाकर अपने मित्रों को बेच देती थीं। भले ही यह नहरी रेस्ट हाउस या सरकारी संपत्ति हो। लेकिन पंजाब सरकार इसे नहीं मानती है। अब कोयले की उपस्थिति में बिजली बनाने के लिए घाटे में चल रहे निजी थर्मल प्लांट खरीद रही है।

पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद सीएम भगवंत सिंह मान ने राज्य की जनता की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। पहले, पंजाब के लोगों को बिजली की लागत से राहत दी गई है। इससे किसानों और छोटे दुकानदारों को बहुत लाभ हुआ है और गरीबों को राहत मिली है। पुराने बिजली घर अब चल रहे हैं क्योंकि सरकार ने न केवल बिजली मुफ्त दी, बल्कि कोयला भी उपलब्ध कराया। यह पंजाब को 24 घंटे बिजली देता है। आपको बता दें कि पंजाब में लोगों को 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली दी जाती है।

राज्य को अधिक बिजली देने की कोशिश

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य में कृषि के लिए मुफ्त और निर्विघ्न बिजली घरेलू उपभोक्ताओं के साथ-साथ देश के अन्नदाताओं को भी मिल रही है। CM Mann (CM Mann) ने बताया कि पूर्ववर्ती सरकारों ने निजी थर्मल प्लांटों से गैरकानूनी रुप से धन लेने के लिए इस कोयला खान से सप्लाई बंद कर दी थी। पंजाब राज्य को अतिरिक्त बिजली वाला राज्य बनाने के लिए राज्य सरकार ने अब ऊर्जा, सौर और पन बिजली को बढ़ावा देने पर ध्यान दिया है। पंजाब सरकार की कठोर कोशिशों के कारण 2015 के बाद पछवाड़ा के पास खान से कोयले की सप्लाई फिर से शुरू हो गई है।

मान सरकार किसान-हितैषी है

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की ये पहलें स्पष्ट रूप से दिखाती हैं कि उनका ध्यान केवल किसानों की आर्थिक स्थिति को सुधारने पर नहीं बल्कि उन्हें सम्मानजनक जीवन देने पर भी है। किसानों को सीएम भगवंत सिंह मान की योजनाओं से आर्थिक सुरक्षा मिल रही है और उन्हें खेती में अधिक कुशल बनने की प्रेरणा मिल रही है।
कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि भगवंत सिंह मान सरकार की योजना राज्य के किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है। इससे किसानों की आय बढ़ी है और राज्य की खाद्य सुरक्षा बढ़ी है।

भगवंत सिंह मान ने एक बार फिर दिखाया कि उनकी सरकार पूरी तरह से किसानों के लिए है। राज्य के किसानों को उनकी मुफ्त बिजली योजना से नई आशा मिली है। भविष्य में, इस योजना की सफलता से पंजाब का कृषि क्षेत्र और भी आगे बढ़ेगा और किसानों के जीवन में सुखद बदलाव लाएगा।

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