400 वर्ष पुराना मंदिर का दरबार नवरात्रि पर 24 घंटे खुला रहता है..। गुरुग्राम की शीतला माता की पूरी कहानी जानें।
करीब चार सदी पुराने शीतला माता मंदिर में दूर-दूर से लोग आते हैं। नवरात्रि पर लोग श्रद्धा से यहां आते हैं। यह माना जाता है कि यहां माता साक्षात रहती हैं। नवरात्रों पर देवी के दर्शन करने के लिए लंबी कतारें देखने को मिलती हैं। मंदिर के चारों ओर बहुत पुराना बरगद का पेड़ है। भक्तों का कहना है कि मन्नत का धागा बांधने से उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। यह मंदिर सैकड़ों साल पहले माता के श्रद्धालु सिंधा जाट ने बनाया था, जिन्होंने माता को सपने में देखा था। मंदिर का महाभारत काल भी है। माना जाता है
कि कौरवों और पांडवों को आचार्य द्रोणाचार्य ने यहीं प्रशिक्षण दिया था। यहां पर बच्चों को शिक्षित करने का काम अभी भी किया जाता है, जो तब से चली आ रही है। स्कंद पुराण में बताया गया है कि सृष्टि के रचयिता ब्रह्मा भगवान ने शीतला माता को सृष्टि को स्वस्थ रखने का काम दिया था। यही कारण है कि लोगों का विश्वास है कि पूजा करने से खसरा, चेचक और आंखों की बीमारी भी दूर हो जाती है। मंदिर के आसपास एक पीपल वृक्ष है, जहां भक्त इसकी परिक्रमा कर धागा बांधकर माता से मन्नत मांगते हैं। यहां भी मां दुर्गा की संगमरमर की मूर्ति है।
यह नवरात्रि पर लगता है मैला
नवरात्र पर मेला होता है और मंदिर पूरे दिन श्रद्धालुओं के लिए खुला रहता है। लोगों को मेडिकल और अन्य सुविधाएं मिलती हैं। मंदिर बहुत सुंदर है। यहां शादी करने और बच्चों का मुंडन करने के लिए दूसरे शहरों से भी लोग आते हैं। शीतला अष्टमी के दिन, शीतला माता के मंदिर में सबसे ज्यादा लोग आते हैं।
तैयार हो रहा नया भवन: शीतला माता मंदिर का नया भवन तैयार हो रहा है। चार एकड़ क्षेत्र में लगभग 70 करोड़ रुपये की लागत से एक बहुमंजिला भवन का निर्माण कार्य चल रहा है। नए परिसर में योग केंद्र, मेडिटेशन हॉल, कुंड, खुला हवा का थिएटर और बच्चों के लिए पार्क भी होंगे। शीतला माता मंदिर का गुंबद करीब 74 मीटर ऊंचा होगा।
24 घंटे तक खुला रहता है माता का दरबार शीतला माता मंदिर के हेड पुजारी आचार्य जय भगवान ने बताया कि सामान्य दिनों में मंदिर सुबह चार बजे से दोपहर दस बजे तक खुला रहता है। लेकिन नवरात्रि पर यह पूरे दिन खुला रहता है। इस दौरान पुजारियों की 8 से 8 घंटे की नौकरी है, जिसमें तीन प्रमुख पुजारी हैं, जबकि अन्य पुजारी मेले व अन्य कार्यों में सहयोग दे रहे हैं। हर दिन हजारों भक्त आते हैं। यहाँ नवरात्र पर भक्तों का ताता लगा हुआ है, चाहे दिन हो या रात।
इस प्रकार शीतला माता मंदिर पहुंचा
दिल्ली एयरपोर्ट से करीब 16 किलोमीटर दूर मिलेनियम सिटी का शीतला माता मंदिर है। यह गुरुग्राम बस अड्डे से लगभग डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर है, जहां दिन भर बस और ऑटो चलते हैं। गुरुग्राम रेलवे स्टेशन से भी शीतला माता मंदिर तक हर आधे घंटे सार्वजनिक परिवहन मिलता है।