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गुरुग्राम: 17 महीने की ये बच्ची, एसएमए बीमारी से पीड़ित है, 17 करोड़ के इंजेक्शन से बच सकती है, लेकिन मदद की कमी है

गुरुग्राम: 17 महीने की ये बच्ची, एसएमए बीमारी से पीड़ित है.

गुरुग्राम: दिल्ली से सटे गुरुग्राम में एक 17 महीने की बच्ची को एक ऐसी बीमारी है जिसके उपचार के लिए 17 करोड़ रुपये की आवश्यकता है। इस बच्ची की 17 करोड़ रुपये का एक इंजेक्शन लगना है जो अमेरिका से मंगवाया जाना है। विशेष रूप से, ये इंजेक्शन बच्चे की उम्र के दो साल तक ही लगाए जा सकते हैं। शिवांशी मिश्रा के माता-पिता को इस बीमारी का पता चला तो वे कैनविन अयोग्य धाम पहुंचे। कैनविन अयोग्य धाम ने पहले भी इसी बीमारी से पीड़ित दो बच्चों, रेयांश मदान और कनव जांगड़ा के उपचार के लिए मदद के लिए लोगों से अपील की थी और धन जुटाया था।

 

गुरुग्राम

गुरुग्राम: 17 महीने की ये बच्ची, एसएमए बीमारी से पीड़ित है.

डॉक्टर डीपी गोयल, कैनविन फाउंडेशन के संस्थापक, कहते हैं कि स्पाइनल मस्क्यूलर एट्रॉफी (एसएमए) नामक बीमारी इतनी घातक है कि इसका एकमात्र इंजेक्शन अमेरिका में ही बनाया जाता है। डीपी गोयल ने बताया कि सोमवार को बच्ची के माता-पिता ने कैनविन फाउंडेशन में पहुंचकर अपील की 17 करोड़ रुपये जुटाने में उनकी मदद करने की अपील की। डीपी गोयल ने उन्हें आश्वस्त किया कि पहले भी दो बच्चे के इलाज के लिए वह लोगों से अपील कर फंड इक्ट्ठा कर चुके है और इस बार भी वह क्राउड फंडिंग का आग्रह करेंगे।

गुरुग्राम: 17 महीने की ये बच्ची, एसएमए बीमारी से पीड़ित है.

DP Goyal ने कहा कि ये टिक्का 2 साल तक लगाया जा सकता है, 7 महीने का समय। यानी दो साल पहले यह टिक्का लगाना अधिक लाभदायक होता है।अब बच्ची 17 महीने की है और उसके पास 7 महीने शेष हैं। डॉक्टर ने बताया कि ये बीमारी 10 हजार बच्चों में से एक को दुनिया भर में होती है। अब कैनविन बच्ची की मदद करने के लिए हर तरह का प्रयास करेगा। बच्ची को मदद करने के लिए अलग से एक बैंक खाता बनाया गया है, जहां किसी भी व्यक्ति एक रुपये से लेकर चाहे जितनी धनराशि दान कर सकता है।

आप भी कर सकते हैं मदद बता दे की अगर बच्ची के लिए ये फंड इक्ट्ठा नहीं होता यानी की जितना रुपये इंजेक्शन के लिए चाहिए वो इक्ट्ठा नहीं होता तो जो फंड जिस अकाउंट से आया है उसी अकाउंट में वापिस चला जाता है। बच्ची का परिवार गुरुग्राम के सेक्टर 43 में रहता है और उसके पिता एक निजी आईटी कंपनी में वरिष्ठ कंसल्टेंट हैं। बच्ची के पिता आकाश मिश्रा और मां आरती शुक्ला ने क्रांतिपूर्ण अपील करते हुए कहा कि शिवांशी का जीवन बचाना सबके पास है।भी एक रुपया देकर शिवांशी को बचाने में सहयोग करें।

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