मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए, उत्तराखंड चारधाम यात्रा की तैयारियां तेज

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों से स्पष्ट है कि इस बार यात्रा को सुव्यवस्थित, सुरक्षित और पर्यावरण अनुकूल बनाने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।
सचिवालय में एक उच्चस्तरीय बैठक हुई, जिसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आगामी चारधाम यात्रा की तैयारियों पर चर्चा की। ताकि श्रद्धालुओं को असुविधा न हो, उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी व्यवस्थाएं समय पर पूरी की जाएं। उनका कहना था कि चारधाम यात्रा राज्य की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, इसलिए इसे सुरक्षित और आसान बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाने चाहिए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सड़कों पर स्वच्छता, यातायात प्रबंधन, स्वास्थ्य सेवाओं और बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पर्यावरण संरक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए ग्रीन चारधाम यात्रा अभियान की शुरुआत की। उनका कहना था कि अधिकारियों को सिंगल-यूज प्लास्टिक के उपयोग को रोकने के लिए व्यापक जनजागरण करना चाहिए। इसके परिणामस्वरूप, सड़कों पर कूड़ा निस्तारण की बेहतर व्यवस्था की जाएगी और प्लास्टिक की जगह वैकल्पिक सामग्री का प्रचार किया जाएगा।
हेली टिकटों की कालाबाजारी को रोका गया
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा के दौरान हेलीकॉप्टर सेवाओं की बढ़ती मांग को देखते हुए टिकटों की कालाबाजारी को सख्ती से रोका। उनका कहना था कि श्रद्धालुओं को तय दरों पर ही सेवाएं मिल सकें, इसलिए विजिलेंस और पुलिस विभाग सतर्क निगरानी करेंगे। साथ ही, हेलीकॉप्टर सेवाओं की बुकिंग प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी बनाने के लिए डिजिटल प्रणाली को मजबूत करने के निर्देश भी दिए गए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सड़कों, पेयजल, बिजली और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने पर जोर दिया ताकि चारधाम की यात्रा आसानी से हो सके।
ताकि श्रद्धालुओं को परेशानी न हो, जहां भी सड़क निर्माण का कार्य चल रहा है, उसे शीघ्र पूरा किया जाए, उन्होंने कहा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यात्रा मार्गों पर घोड़े-खच्चरों का स्वास्थ्य परीक्षण कराना भी आवश्यक बताया। उनका कहना था कि अधिकारियों को इन पशुओं के लिए पर्याप्त चारा और गर्म पानी प्रदान करना चाहिए। इसके अलावा, मार्गों पर यातायात को आसान बनाने के लिए संकरे मार्गों को चौड़ा करने और संवेदनशील स्थानों पर अधिक संसाधन देने के निर्देश दिए गए।
श्रद्धालुओं की सेहत पर ध्यान दिया जाएगा जब वे यात्रा करेंगे
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यदि यातायात प्रबंधन के तहत किसी स्थान पर श्रद्धालुओं को रोका जाता है तो वहां स्वच्छ शौचालय, पेयजल, विश्राम स्थल और प्राथमिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। मुख्यमंत्री धामी ने यात्रा के दौरान पर्यटकों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए स्वास्थ्य स्क्रीनिंग की आवश्यकता पर जोर दिया। यात्रा मार्गों पर प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों, एंबुलेंसों और मेडिकल स्टाफ की पर्याप्त व्यवस्था करने के लिए उन्होंने निर्देश दिए। साथ ही, महिला श्रद्धालुओं के लिए खास पिंक टॉयलेट बनाए जाएं और सर्वोत्तम सफाई व्यवस्था दी जाए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को ड्रोन से यात्रा मार्गों की निगरानी करने का आदेश दिया ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके। उन्होंने दूरसंचार कंपनियों को मिलकर मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा के दौरान किसी भी अप्रत्याशित परिस्थिति से निपटने के लिए वैकल्पिक रास्ते बनाने के निर्देश दिए। उनका कहना था कि भूस्खलन की संभावना वाले क्षेत्रों में विशेष सावधानी बरती जाए और आवश्यकता पड़ने पर वैकल्पिक मार्गों की मरम्मत और चौड़ीकरण जल्द ही पूरी की जाए।
श्रद्धालुओं की मदद करने के लिए हेल्पलाइन नंबर उपलब्ध कराने के लिए दिशानिर्देश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी श्रद्धालुओं की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी करने के निर्देश दिए. उन्होंने मौसम की तत्काल जानकारी भी दी। उन्होंने आपदा प्रबंधन विभाग को निर्देश दिया कि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित बचाव और राहत कार्यों के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध कराए जाएं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड के शीतकालीन पर्यटन स्थलों के लिए एक मास्टर प्लान बनाया जाए ताकि पर्यटकों और तीर्थयात्रियों को हर वर्ष आकर्षित किया जा सके। उन्होंने अधिकारियों से कहा, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के मास्टर प्लान पर भी तेजी से काम किया जाए, ताकि इन तीर्थस्थलों को और अधिक आकर्षक और सुविधाजनक बनाया जा सके।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी 2026 और 2027 में नंदा राजजात यात्रा और हरिद्वार कुंभ मेले की तैयारियों को अभी से शुरू करने के निर्देश दिए। उनका कहना था कि इन धार्मिक कार्यक्रमों की सफलता के लिए व्यापक योजना बनाई जाए और इमारतों को मजबूत किया जाए। मुख्यमंत्री धामी ने सभी आईएएस, आईपीएस और पीसीएस अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने सेवाकाल की शुरुआत में अपने पूर्ववर्ती पदों को वापस ले लें। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने पहले कार्यस्थलों में रात्रि विश्राम करें, स्थानीय मुद्दों को समझें और ठोस उपाय करें। साथ ही सरकारी स्कूलों, अस्पतालों और अन्य संस्थानों का निरीक्षण कर उनकी व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने में मदद करें
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, डॉ. धन सिंह रावत, दर्जाधारी मंत्री विश्वास डाबर, अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, आर. मीनाक्षी सुंदरम, सभी विभागों के सचिवों और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस महत्वपूर्ण बैठक में भाग लिया। साथ ही, चारधाम यात्रा से जुड़े प्रत्येक जिले के जिलाधिकारी भी ऑनलाइन बैठक में शामिल हुए।
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