गुरुग्राम-फरीदाबाद के बीच बंधवाड़ी टोल प्लाजा, फास्टैग से लैस, 8 करोड़ रुपये का खर्च होगा, जाम से बचेगा
गुरुग्राम-फरीदाबाद के बीच बंधवाड़ी टोल प्लाजा, फास्टैग से लैस, 8 करोड़ रुपये का खर्च होगा, जाम से बचेगा
पिछले एक साल से पीडब्ल्यूडी बीएंडआर में फंसी गुरुग्राम-फरीदाबाद एक्सप्रेसवे पर बंधवाड़ी टोल प्लाजा पर फास्ट टैग लगाने की फाइल जारी की गई है। मुख्यालय ने इस फाइल को पिछले सप्ताह हरियाणा सरकार को प्रशासनिक मंजूरी के लिए भेज दिया है, जब सभी आपत्तियां दूर हो गईं। अगले महीने के पहले या दूसरे सप्ताह तक प्रशासनिक मंजूरी मिलनी चाहिए। हर दिन सुबह और शाम इस एक्सप्रेसवे पर लगभग 80 हजार वाहन निकलते हैं। बंधवाड़ी टोल प्लाजा पर टोल वसूली दोनों मैन्युअल और टैग से की जाती है।
यह टैग NHAI फास्ट टैग से नहीं जुड़ा हुआ है। यही कारण है कि इस टोल प्लाजा पर अधिकांश लोग मैन्युअल टोल देते हैं। यह व्यस्त समय में ट्रैफिक जाम का कारण बनता है। इस टोल प्लाजा पर फास्ट टैगिंग प्रणाली लगाने के लिए लगभग आठ करोड़ रुपये खर्च होंगे। पीडब्ल्यूडी बीएंडआर के एक्सईएन चरणदीप सिंह ने बताया कि फाइल हरियाणा सरकार को प्रशासनिक अनुमोदन के लिए भेजी गई है। मंजूरी मिलने के बाद टोल संचालक को फास्ट टैगिंग के लिए आवश्यक उपकरण लगाने का आदेश दिया जाएगा। इस टोल प्लाजा को NHAI फास्ट टैग सिस्टम से कनेक्ट करने के लिए टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे। प्रशासनिक अनुमति मिलने के 3 महीने के अंदर इस टोल प्लाजा को फास्ट
यही कारण है कि जाम बंधवाड़ी टोल प्लाज़ा पर पीक ऑवर में वाहनों का लंबे समय तक जाम लगता है। इसका सबसे बड़ा कारण है कैश और पेटीएम से टोल टैक्स वसूला जाना। वहीं, वापस जर्नी में गाड़ी की पर्चियों को स्कैन किया जाता है। टोल टैक्स भरने और पर्ची देने में अक्सर तीन से पांच मिनट लगते हैं, जिससे वाहनों की लंबी कतारें बनती हैं।