2 साल से हिरासत में रखी गई बच्ची पर हमला करने वाले रिटार्यड पावरकाम सुपरिटेंडेंट का खुला पोल
बच्ची पर हमला करने वाले रिटार्यड पावरकाम सुपरिटेंडेंट का खुला पोल
गुरदेव नगर, थाना डिवीजन नंबर 5 के अंतर्गत एक पावरकॉम से रिटायर्ड महिला पिछले दो साल से एक नाबालिग बच्ची पर अत्याचार कर रही थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार, बच्ची को दो साल से शारीरिक रूप से टार्चर किया गया था और उसे बंदी बनाया गया था। जब कोई इसके खिलाफ बोलता तो महिला ने उसे घर का मामला बताकर चुप रहने को कहा। पीजी में रहने वाली एक युवती ने इसका विरोध करते हुए अकेले पीजी छोड़कर एनजीओ को सूचित किया। एन.जी.ओ. मनुखता दी सेवा सोसाइटी ने पुलिस और बाल अधिकारियों की सहायता से बच्ची को महिला के चगुंल से बचाया और उसे न्यायालय में भेज दिया।
बच्ची का बुरा स्वास्थ्य था और उसका चेहरा जला हुआ था। इससे संबंधित एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें एक भूखी बच्ची कूड़े से खाना उठा कर खा रही थी और ढाहे पर जा रही थी। थाना डिवीजन नंबर 5 के इंस्पेक्टर नीरज चौधरी ने बताया कि महिला हरमीत कौर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और कार्रवाई की जा रही है।
पिता ने छोड़ दिया और भाग गया
जब एनजीओ की टीम मौके पर गई, तो महिला ने इसका तीव्र विरोध किया। बच्ची को बरामद करने के बाद टीम ने उसकी काउसलिग की तो हैरान करने वाली बातें सामने आईं। बच्ची ने बताया कि पूजा की मृत्यु के बाद उसका पिता इस कोठी छोड़कर चला गया और दूसरी शादी कर ली। वह दिन में सिर्फ दो रोटियां खाती थी और भूख लगने पर कूड़े से खाने पीने का सामान उठा कर खाती थी। अधिक खाने पर उसे सजा दी गई और बाथरूम के बाहर सोने के लिए छोड़ दी गई।
क्या खुलासा हुआ?
NGO प्रमुख गुरप्रीत सिंह ने बताया कि बलवीर कौर नाम की एक युवती लगभग चार महीने पहले इस पीजी में रहती थी। बलवीर कौर ने इस दौरान पीजी की मालिकन बच्ची पर किस तरह से अन्याय करती हुई देखा। मालिकन ने उसे चुप रहने की सलाह दी जब उसने विरोध जताया, लेकिन बच्ची की हालत देखकर उसने वीडियो बना लिया और पीजी छोड़ दिया। बलवीर कौर ने एनजीओ से संपर्क करके बच्ची को कैद करने और वीडियो दिखाया।