हरियाणा

I.N.D.I.A से लोकसभा चुनाव में दोस्ती, विधानसभा में शत्रुता! हरियाणा में AAP ऐसा क्यों कर रहा है?

हरियाणा की सभी ९० विधानसभा सीटों पर आम आदमी पार्टी खुद चुनाव लड़ेगी। लेकिन I.N.D.I.A  विपक्षी गठबंधन के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ेगी। आज लोगों को AAP ही एक पार्टी पर भरोसा है। उन्हें पंजाब दिखता है, जबकि दिल्ली में हमारी सरकार दिखती है। आज हरियाणा बड़े बदलाव की इच्छा रखता है। दिल्ली और पंजाब ने पहले बहुत बड़ा बदलाव देखा था और अब खुश हैं।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की बात है। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने जींद, हरियाणा में आप की “बदलाव जनसभा” में ये बात कही। दिल्ली के मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद अब उनकी असली इच्छा का प्रश्न उठता है। पंजाब में उनकी ही सरकार के मुख्यमंत्री अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने की बात करते हैं, लेकिन हरियाणा में केजरीवाल खुद  I.N.D.I.A के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की बात करते हैं।

हरियाणा में विधानसभा और लोकसभा चुनाव इसी वर्ष अप्रैल-मई में होंगे। इसलिए इस साल के अंत में हरियाणा विधानसभा चुनाव होंगे। आप और कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में अपना पक्ष स्पष्ट कर दिया है। दोनों दल कहते हैं कि वे विधानसभा चुनाव में गठबंधन नहीं बनाएंगे। वहीं लोकसभा चुनाव पर बहस जारी है। I.N.D.I.A. गठबंधन में लोकसभा सीटों की भागीदारी को लेकर दोनों दलों में बहस जारी है।

लेकिन अभी तक सीट शेयरिंग पर समझौता नहीं हुआ है। समाचार पत्रों के अनुसार, आम आदमी पार्टी ने हरियाणा में दस में से तीन लोकसभा सीटों का दावा किया है। कांग्रेस आपकी इस मांग को मानेगी या नहीं, यह बड़ा सवाल है। क्योंकि हरियाणा में आपका कोई सांसद या विधायक नहीं है। कांग्रेस ऐसे में उनकी ये मांगों को क्यों मानेगी?

आप हरियाणा की इन तीन सीटों (अंबाला, कुरुक्षेत्र और सिरसा) पर दावेदारी कर रहे हैं। इन तीनों लोकसभा सीटों पर दावेदारी का कारण यह है कि वे पंजाब की सीमा से लगती हैं। 2022 में पंजाब विधानसभा चुनाव में आप विजयी रहे। यदि उसे ये तीनों सीटें मिलती हैं, तो उम्मीद है कि वह इन पर विजयी होगी। ऐसे बयानबाजी करके आप कांग्रेस पर दबाव बढ़ा रहे हैं। यद्यपि, हरियाणा कांग्रेस की अध्यक्षता राज्य की दस लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ना चाहती है।

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