Chandigarh Mayor Election 2024 Win: सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को चंडीगढ़ मेयर चुनाव में हुई गड़बड़ी के मामले में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार कुलदीप कुमार को विजयी घोषित किया। सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस ने रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा अमान्य घोषित किए गए सभी आठ वोटों को मान्य करार देने का आदेश दिया। रिटर्निंग ऑफिसर ने इन सभी वोटों के बैलेट पेपर पर क्रॉस लगाया था।
मामले की सुनवाई करते हुए CJI ने कहा कि सभी आठ याचिकाकर्ता उम्मीदवार कुलदीप कुमार के पक्ष में थे। रिटर्निंग अफसर ने अपने पद से हटकर कार्य किया। हमने अनिल मसीह को कल सोमवार को प्रश्न पूछने से पहले भी गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी। Returning Officer ने आठ बैलेट पेपर पर अपना मार्क लगाया। ऑफिसर ने अधिकार क्षेत्र से बाहर काम किया। रिटर्निंग ऑफिसर अपराध कर चुका है। इसके लिए उसके खिलाफ सही कार्रवाई होनी चाहिए।
रिटर्निंग ऑफिसर ने सोमवार को सीजेआई की बेंच के सामने कुबूल किया कि उन्होंने ही बैलट पेपर पर क्रॉस लगाया था। रिटर्निंग अफसर से पूछताछ के बाद, न्यायालय ने चुनाव से संबंधित सभी राज्य वीडियो रिकॉर्डिंग और दस्तावेजों की मांग की। कोर्ट रूम में रिटर्निंग ऑफिसर का वीडियो और बैलेट पेपर भी जमा कर दिए गए।
इस मामले को मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की पीठ ने सुनाया। आम आदमी पार्टी (AAP) के पार्षद कुलदीप कुमार ने सुप्रीम कोर्ट में पीठासीन अधिकारी (रिटर्निंग ऑफिसर) के फैसले को चुनौती दी थी, जो मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव में आठ वोटों को अवैध करार देता था।
न्यायालय की निर्णय के बाद कुलदीप कुमार ने यह बात कही
कुलदीप कुमार ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कहा कि मैं कोर्ट को धन्यवाद देना चाहता हूँ। सच को कुचल या दबाया नहीं जा सकता, हालांकि वह कुछ समय के लिए परेशान हो सकता है। सत्य की जीत होती है। मैं चंडीगढ़ में रुके हुए विकास कार्यों को पहले पूरा करूँगा। सुप्रीम कोर्ट ने लोकतंत्र को खत्म करने नहीं दिया है। हमारा सांसद भी चंडीगढ़ में जीतकर आएगा।
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि कुलदीप कुमार एक गरीब घर का लड़का है। भारत गठबंधन ने चंडीगढ़ को मेयर बनाया, इस पर बहुत बधाई। भारतीय जनतंत्र और सम्मानित सुप्रीम कोर्ट ही इसे कर सकते थे। किसी भी परिस्थिति में हमें अपने जनतंत्र और स्वायत्त संस्थाओं की स्वतंत्रता को सुरक्षित रखना होगा।
“लोकतंत्र मर गया”
चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने सोमवार की सुनवाई में प्रशासन और रिटर्निंग अफसर अनिल मसीह को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि ये लोकतंत्र का मजाक है। इस चुनाव में रिटर्निंग अफसर की हरकत के वीडियो देखने से स्पष्ट होता है कि लोकतंत्र मर चुका है। रिटर्निंग ऑफिसर वर्तमान में क्या कर रहा है? हम देश में लोकतंत्र को खत्म करना नहीं चाहते। इसे नहीं होने देंगे।ऐसी परिस्थितियों में सुप्रीम कोर्ट चुपचाप नहीं बैठेगा। सुप्रीम कोर्ट ने ये टिप्पणी मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव के दौरान हुए मतदान और मतगणना की वीडियो रिकॉर्डिंग करके की थी।
कैमरे की ओर क्यों देखा?’
कोर्ट में दिखाई गई वीडियो क्लिप उस वक्त की थी, जब वोट अयोग्य ठहराए जा रहे थे। रिटर्निंग ऑफिसर अनिल मसीह को भी इस चुनाव में पेश होने का निर्देश दिया गया था। रिटर्निंग ऑफिसर फिर सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए। CJI ने पूछा कि रिटर्निंग ऑफिसर कौन है और नियुक्ति कैसे होती है? रिटर्निंग ऑफिसर ने आप कैमरे की तरफ क्यों देख रहे थे?
“आठ पेपर पर मार्क लगाए गए थे।”
रिटर्निंग अफसर अनिल मसीह ने कहा कि वहां बहुत शोर था, इसलिए मैं वहां देख रहा था। कोर्ट ने पूछा कि क्या आपने X मार्क कुछ बैलेट पेपर पर लगाया था? हां, मैंने आठ पत्रों पर लिखा, मसीह ने कहा। लेकिन आम आदमी पार्टी के मेयर उम्मीदवार ने आकर बैलेट पेपर फाड़कर भाग गए। कोर्ट ने पूछा, लेकिन आप क्रॉस लगा रहे थे क्यों? किस नियम के तहत आपने ऐसा किया?