डॉ जगदेव सिंह: कृषि उपज मंडी स्थित आत्मा परियोजना निदेशक कार्यालय में मंगलवार को जिले के कृषि आदान विक्रेताओं की बैठक आयोजित की गई। बैठक में संयुक्त निदेशक (कृषि विस्तार) डॉ जगदेव सिंह ने आदान विक्रेताओं को गुणवत्तायुक्त बीज-कीटनाशक, उर्वरक विक्रय करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बिना लाइसेंस बीज-कीटनाशक आदि का विक्रय करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
इस दौरान उन्होंने कहा कि गत वर्ष चूरू जिले में बीडी कॉटन की फसल में गुलाबी सुंडी ने बहुत ज्यादा अटैक किया था। इस बार किसानों के साथ मिलकर बीडी कॉटन की फसल को गुलाबी सुंडी से बचाना है। संयुक्त निदेशक ने कहा कि अभी कृषि विभाग द्वारा बिना लाइसेंस सीड, खाद, कीटनाशक दवाइयों का अवैध काम करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाही करते हुए उनके सामान को जब्त किया जायेगा। ऎसे लोगों के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाते हुए ऎसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि जिले में डीएपी-यूरिया की जितनी आवश्यकता है, उनकी डिमांड हमें पहले बताएं ताकि हम राज्य स्तर पर इसकी डिमांड भेज सकें।
सहायक निदेशक (कृषि विस्तार) कुलदीप शर्मा ने कहा कि अभी जिले भर में कृषि विभाग की टीम निरीक्षण करेगी। इस दौरान कोई कही पर भी कमी पाई गई तो कार्रवाई की जायेगी। जिनकी पॉस मशीन में यूरिया, डीएपी है वो शून्य करें ताकि आगे से चूरू जिले को इस सीजन में यूरिया, डीएपी मिल सकें। उप निदेशक एवं पदेन परियोजना निदेशक आत्मा दीपक कपिला, कृषि अधिकारी शोध संरक्षण विजय पुरी आदि ने कृषि विभाग की कई योजनाओं की जानकारी देते हुए नियमों की जानकारी दी। दुकान में माल का स्टॉक रजिस्टर एक दम सही रखें।
वरिष्ठ कृषि पर्यवेक्षक प्रदीप बुडानिया ने कृषि आदान विक्रेताओं को जागरूक किया। इस मौके पर खाद-बीज संगठन के संरक्षक रोहित पांडिया, अध्यक्ष मंजीत चौधरी, मनीराम देग, आदित्य पोद्दार, विक्रम बालिया, नरेश जांगिड़, कपिल सैनी, अमित शर्मा, नंदलाल कानसुलिया, सज्जन बाटण, सहदेव सिंह, प्रकाश कड़वा, पवन साहवा, अमरचंद सिद्ध, विनोद राजगढ, महेंद्र गोदारा, मुकेश न्यौल, नरेश अग्रवाल, रामजस सारण सहित बड़ी संख्या आदान विक्रेता उपस्थित रहे। संचालन सहायक निदेशक कुलदीप शर्मा ने किया।
source: https://dipr.rajasthan.gov.in