भूपेंद्र सिंह हुड्डा
भाजपा को हरियाणा में अपनी हार का अहसास हो गया है, ऐसा पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है। इसलिए वह जनता की नजरों में धूल झोंकने के लिए आनन-फानन में घोषणाएं कर रही है। लेकिन लोग अब उसके झांसे में नहीं आने वाले हैं। भाजपा के दशक भर के अत्याचार का बदला लेकर जनता चुनाव में इस बार प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाएगी।
सोमवार को पानीपत से इनेलो जिलाध्यक्ष डॉ. राजपाल रोड़ की कांग्रेस में शामिल होने के बाद वे मीडिया से बातचीत कर रहे थे। हुड्डा ने राजपाल रोड़ का पार्टी में स्वागत करते हुए उन्हें पूरा मान-सम्मान देने की पेशकश की। हुड्डा ने कहा कि लगातार कांग्रेस का कुनबा विस्तार ले रहा है और नए लोगों के आने से राज्य में सत्ता परिवर्तन की लहर और बल पकड़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि कौशल निगम कर्मियों के सरकार की पालिसी अनुसार मेहनताने में हुई मामूली बढ़ोतरी पर प्रतिक्रिया दी।
उनका दावा था कि भाजपा ने हरियाणा को बेरोजगारी में सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाया है। सरकारी विभागों में दो लाख से अधिक रिक्त पद हैं, लेकिन सरकार इन पदों को भरने की बजाय ठेके पर कौशल निगमों को नियुक्त कर रही है। कौशल निगम में काम करने वाले लोगों को लगभग 15 से 20 हजार रुपये प्रति महीना वेतन मिलता है। एक दिहाड़ी मजदूर की आमदनी एक कौशल कर्मी से भी कम होती है। उसमें छोटी-सी बढ़ोतरी करके सरकार प्रतिभाशाली कर्मचारियों को बेवकूफ बना रही है।
हुड्डा ने कहा कि पक्की भर्तियों को खत्म करके भाजपा ने नौकरी का भरोसा न होने वाले ठेका में युवाओं को झोंक दिया है।जब जिसे मर्जी सरकार काम से निकाल देती है और जिसे मर्जी भर्ती कर लिया जाता है।इसमें ना किसी तरह की मेरिट है, ना पारदर्शिता और ना ही आरक्षण। असल में तो एससी और ओबीसी का आरक्षण खत्म करने के लिए ही सरकार इस ठेके वाली प्रथा को लेकर आई है।