Byjus Crisis: बायजू को बहुत झटका लगा! ये आदेश अमेरिकी अदालत ने दिया, करोड़ों रुपये फ्रीज
Byjus Crisis: बायजू, एक एडटेक कंपनी, को एक बार फिर झटका लगा है। बायजू को 1.2 बिलियन डॉलर का लोन देने वाले कंसोर्टियम के सदस्यों ने कहा कि अमेरिका की अदालत ने एडटेक कंपनी को 533 मिलियन डॉलर की धनराशि को देने या इस्तेमाल करने से रोक दिया है। यह धन पहले हेड फंड में था, लेकिन अब किसी अनजान ऑफशोर ट्रस्ट में चला गया है। कोर्ट ने कहा कि यह धन कहीं खर्च नहीं किया जा सकता। कर्जदाताओं, जो कंपनी के खिलाफ कानूनी मुकदमा लड़ रहे हैं, इस निर्णय को जीत मानते हैं।
इसके अतिरिक्त, न्यायाधीश जॉन टी. डोर्सी ने हेज फंड कैमशाफ्ट कैपिटल के फाउंडर विलियम मॉर्टन को गिरफ्तार करने का आदेश दिया है। बताया गया है कि मॉर्टन बार-बार अदालत में पेश होने से इनकार कर रहे थे और पैसे के ट्रांसफर की जानकारी नहीं दे रहे थे।
ये बात कंपनी ने बताई
निवेशकों के समूह ने कहा कि अदालत ने निर्णय दिया कि बायजू के फाउंडर बायजू रवींद्रन और दिव्या गोकुल्नाथ कंपनी बाजयू अल्फा के साथ मिलकर काम कर रहे थे। बायजू ने कथित तौर पर हेज फंड में धन देने से पहले टर्म लोन से 533 मिलियन डॉलर का निवेश अपनी मूल कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड की अमेरिकी सहायक कंपनी बायजू अल्फा में किया था। अब अमेरिका में बायजूस अल्फा दिवालियापन की प्रक्रिया से गुजर रही है।
स्थिति का लाभ उठाने का प्रयास
बायजू कहते हैं कि पैसा हमेशा उनकी एक सब्सिडियरी में रखा गया है और अदालत ने कहा है कि यह वहीं रहेगा। कम्पनी का दावा है कि यह तथाकथित समूह स्थिति का लाभ उठाकर अप्रत्याशित लाभ कमाने के लिए बायजू के कुछ बड़े निवेशकों के साथ मिलकर काम कर रहा है। मीडिया में गलत कहानी फैलाने के लिए इस समूह ने जज द्वारा की गई कुछ टिप्पणियों को चुनकर प्रस्तुत किया है। Baju ने कहा कि वह इस “झूठ” से लड़ना जारी रखेंगे।