Car Insurance: कार इन्श्योरेंस को समय पर रिन्यू क्यों करना चाहिए? जानें विस्तृत
Car Insurance: हर महीने देश में बड़ी संख्या में वाहनों की बिक्री होती है। जो इंश् योरेंस पॉलिसी के साथ आते हैं। लेकिन समय की कमी या लापरवाही के कारण कई लोग अपनी पुरानी कार का बीमा समय पर नहीं करवा पाते। कार के इंश् योरेंस को समय पर रिन् यू न करने पर क्या नुकसान हो सकता है? जानते हैं।
भारत में हर साल लाखों लोगों ने नई कारें खरीदी हैं। इसके अलावा, पुरानी गाड़ी भी खरीदी जाती है। लेकिन कार खरीदने के बाद अक्सर लोग कार की बीमा पॉलिसी को नवीन करने में लापरवाही बरतते हैं, जिससे उन्हें बाद में नुकसान होता है। हम इस लेख में आपको कुछ ऐसे कारणों के बारे में बता रहे हैं जो इंश् योरेंस पॉलिसी को समय पर नहीं रखा जाता है।
Car Insurance जरूरी है
किसी भी कार में इंश् योरेंस पॉलिस होना बहुत महत्वपूर्ण है। अगर कार की इंश् योरेंस पॉलिसी की वैधता किसी कारण से खत्म हो जाए और उसकी रिन्यू नहीं की जाए तो कई तरह की परेशानियां आ सकती हैं। इसके साथ ही आपकी जेब पर बिना वजह अतिरिक् त भार पड़ता है।
वैधता खत्म होने के बाद पुनर्स्थापना में कठिनाई
जब कार इंश् योरेंस पॉलिसी की वैधता समाप्त हो जाती है, तो उसे फिर से लागू करवाना मुश्किल होता है। पॉलिसी वैध रहते हुए इंश् योरेंस को रिन् यू करना बहुत आसान है। आप किसी एजेंट से ऑनलाइन या ऑफलाइन संपर्क कर रिन् यू करवा सकते हैं। लेकिन वैधता समाप्त होने पर पॉलिसी पुनर्गठित करने में समय भी लगता है और गाड़ी को फिर से वेरिफिकेशन करवाना होगा।
हादसे का जोखिम
यदि कार की इंश् योरेंस पॉलिसी वैध है और फिर कोई हादसा होता है, तो इंश् योरेंस कंपनी को सूचित करके कार्रवाई की जा सकती है। लेकिन अगर पॉलिसी की वैधता समाप्त हो जाती है और फिर कोई हादसा होता है, तो मालिक को कार को ठीक करवाने के लिए धन देना पड़ता है। जो पॉलिसी की लागत से काफी अधिक हो सकता है।
पुलिस कर सकती है
यदि आप बिना वैध इंश् योरेंस पॉलिसी कार चलाते हैं, तो आप भी ट्रैफिक पुलिस से गिरफ्तार हो सकते हैं। पुलिस अक्सर हजारों रुपये का चालान भी करती है। इससे बचने के लिए कानून को पुनर्गठित करना बेहतर है।