धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए स्थल बढ़ाने के प्रयास हों
भारतीय संस्कृति एवं दर्शन को व्यापकता से आमजन तक पहुंचाएं
मुख्यमंत्री ने संस्कृति एवं पर्यटन विभाग की समीक्षा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश में पर्यटन एवं धार्मिक स्थलों के विकास के लिए बेहतर कार्ययोजना बनाकर कार्य किया जाए। पर्यटन तथा धार्मिक स्थलों को आकर्षक एवं भव्य बनाया जाए। धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए स्थल बढ़ाने के भी प्रयास हों। प्रदेश में गीता जयंती पर गीता महोत्सव मनाने की कार्ययोजना बनाएं। इसी तरह मानस जयंती भी मनाई जाए। प्रदेश में भारतीय संस्कृति एवं दर्शन को व्यापकता से आमजन तक पहुंचाया जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज मंत्रालय में संस्कृति एवं पर्यटन विभाग के अंतर्गत धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों के विकास , श्रीरामचंद्र पथ गमन न्यास एवं भगवान श्रीराम एवं भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े स्थलों के विकास की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में संस्कृति, पर्यटन, धार्मिक न्यास और धर्मस्व राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री धर्मेन्द्र सिंह लोधी, मुख्य सचिव श्रीमती वीरा राणा, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव संस्कृति एवं पर्यटन श्री शिवशेखर शुक्ला सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
भगवान श्रीराम और भगवान श्रीकृष्ण के नाम पर बनें भोपाल के प्रवेश द्वार
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भगवान श्रीराम और भगवान श्रीकृष्ण के नाम पर भोपाल के प्रवेश द्वार बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राजाभोज और राजा विक्रमादित्य के नाम पर भी प्रवेश द्वार बनाने की कार्ययोजना बनाई जाए। राज्य की सीमा पर भी प्रवेश द्वार बनाए जाने की तैयारी की जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि बाहर से आने वाले लोगों को प्रदेश की संस्कृति और धार्मिक महत्व के स्थलों की जानकारी हो सके, इसके लिए बेहतर प्रयास किए जाना जरूरी हैं।
पर्यटन एवं धार्मिक स्थलों का बेहतर ढंग से प्रचार-प्रसार और ब्राडिंग की जाए
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भगवान श्रीराम एवं भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े स्थलों का चिन्हांकन करने और उनके विकास के लिए विद्वानों का संकलन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम और भगवान श्रीकृष्ण से संबंधित धार्मिक स्थलों के विकास के लिए सांसद एवं अन्य जनप्रतिनिधियों से समन्वय बनाकर कार्य करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। उज्जैन, मैहर, इंदौर, चित्रकूट आदि स्थानों पर बड़ी संख्या में पर्यटक आ रहे हैं। उन्होंने अन्य पर्यटन एवं धार्मिक स्थलों की भी बेहतर ढंग से ब्राडिंग और प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए।
निर्माण कार्य बेहतर गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरे हों
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में बनाए जा रहे 18 लोक से संबंधित कार्य बेहतर और गुणवत्तापूर्ण तरीके से सुनिश्चित किए जाएं। प्रदेश में 7 स्थानों पर रोपवे के कार्य भी किए जाना है, इससे पर्यटन के क्षेत्र में प्रदेश का महत्व और अधिक बढ़ सकेगा। प्रदेश में लाईट एंड साउंड शो के स्थल विकसित करने के 8 कार्य चल रहे हैं। इसी तरह संग्रहालय निर्माण के 5 कार्य प्रचलन में हैं और 5 कार्य प्रस्तावित किए गए हैं। यह सभी कार्य बेहतर और गुणवत्तापूर्ण ढंग से सुनिश्चित किए जाएं।
संग्रहालयों में हो स्थानीय उत्पादों और पर्यटन तथा धार्मिक स्थलों का प्रचार-प्रसार
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने एक जिला एक उत्पाद को बढ़ावा देने और उसका प्रचार-प्रसार संग्रहालयों के माध्यम से सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि पुस्तक के माध्यम से भी लोगों स्थानीय उत्पादों और धार्मिक तथा पर्यटन स्थलों आदि से संबंधित जानकारी दी जाए।
उज्जैन की तरह ओंकारेश्वर में ममलेश्वर मंदिर के विकास कार्य पूरे किए जाएं
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि उज्जैन की तर्ज पर ओंकारेश्वर में ममलेश्वर मंदिर के विकास कार्य पूरे किए जाएं। उन्होंने कहा कि धार्मिक और पर्यटन स्थलों एवं प्रदेश में चल रहे विभिन्न कार्यों के प्रोजेक्ट से अवगत कराने के लिए भारत सरकार के मंत्रियों को आमंत्रित किया जाए। इनकी प्रसिद्धि के लिए अच्छे ढंग से कार्य किए जाएं। बड़े शहरों में कन्वेंशन सेंटर बनाए जाएं। निवेश प्रोत्साहन के लिए रोड-शो का आयोजन हो। धार्मिक पर्यटन के कार्यों के माध्यम से रोजगार के अवसर बढ़ाए जाएं। उन्होंने जिला कलेक्टर को सतना विकास प्राधिकरण का प्लान बनाने के निर्देश दिए। संस्कृति एवं पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव श्री शिवशेखर शुक्ला ने विभिन्न विकास कार्यों और उपलब्धियों की जानकारी दी। पर्यटन निगम की उपलब्धियों को भी बताया गया।
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