राज्यराजस्थान

मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा: 1600 मेगावाट की थर्मल और 1500 मेगावाट की नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाएं स्थापित की जाएंगी।

मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा: हमारा राजस्थान आरवीयूएनएल और सिंगरेनी कोलियरीज के मध्य हुए एमओयू, सुदृढ़ प्रसारण तंत्र और बिजली उत्पादन में राज्य सरकार द्वारा उठाए गए अभूतपूर्व कदमों से “ऊर्जादाता” होगा।

मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश में थर्मल और अक्षय ऊर्जा के उत्पादन में सुदृढ़ प्रसारण तंत्र बनाया है। इन महत्वपूर्ण फैसलों से राजस्थान देश में एक “ऊर्जादाता” बन जाएगा। उनका कहना था कि राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (आरवीयूएनएल) और केन्द्रीय सरकार और तेलंगाना सरकार के उपक्रम सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड (एससीसीएल) के बीच बनाया गया एमओयू प्रदेश में बिजली उत्पादन और आपूर्ति में सुधार लाएगा।

मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा निवास पर मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड और राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड के बीच समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर कार्यक्रम को संबोधित किया। उनका कहना था कि राजस्थान देश का सबसे बड़ा राज्य होने के साथ-साथ सौर ऊर्जा में बहुत सारी संभावनाओं वाले राज्य बन रहा है। राजस्थान जल्द ही ऊर्जा में आत्मनिर्भर होगा। उनका कहना था कि हमारे राज्य सरकार ने 2027 तक प्रदेश के किसानों को दिन में बिजली उपलब्ध कराने के लिए नीतिगत निर्णय लेकर उनका समयबद्ध क्रियान्वयन भी सुनिश्चित किया है।

राजस्थान में 1500 मेगावाट का सोलर पार्क बनेगा, जिससे 800 मेगावाट बिजली उत्पादित होगी।

मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि तेलंगाना में 1600 मेगावाट की थर्मल आधारित परियोजनाएं एमओयू के तहत बनाई जाएंगी। राजस्थान और तेलंगाना 800-800 मेगावाट बिजली प्राप्त करेंगे। साथ ही, RVUNL ने राजस्थान में 1500 मेगावाट का सोलर पार्क बनाने के लिए जमीन अधिग्रहण की है। इस पार्क में लगभग छह हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा और रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। इन सभी परियोजनाओं का अनुमानित कुल खर्च 22 हजार करोड़ रुपये होगा।

54000 मेगावाट क्षमता लक्ष्य की ओर बड़ा कदम

मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राजस्थान ने स्वच्छ ऊर्जा नीति-2024 में 2030 तक 125 गीगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य रखा है। हमने परंपरागत और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से 54 हजार मेगावाट से अधिक विद्युत उत्पादन के लक्ष्य को वर्ष 2031 से 2032 तक पूरा करने के लिए ठोस कदम उठाया है। 10 मार्च, 2024 को राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट में राज्य सरकार ने केंद्रीय उपक्रमों के साथ 2 लाख 28 हजार 800 करोड़ रुपये का निवेश करने का अनुबंध किया। साथ ही, पॉवर ग्रिड कॉरपोरेशन और आरवीयूएनएल के बीच 10 हजार करोड़ का निवेश एमओयू भी हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि संबंधित पीएसयू, विभाग और एजेंसियां इन परियोजनाओं को जल्द ही पूरा करके राज्य और देश की विद्युत आवश्यकताओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।

तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री एवं ऊर्जा मंत्री श्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क ने कहा कि राजस्थान में प्रचुर मात्रा में सौर ऊर्जा है, जो एक बेहतर भविष्य देती है। यह एमओयू तेलंगाना की थर्मल ऊर्जा उत्पादन में दक्षता और राजस्थान की असीमित सौर क्षमता पर एक नया अध्याय लिखेगा। ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री हीरालाल नागर ने कहा कि तेलंगाना सरकार के साथ अच्छी तरह से काम करते हुए ऊर्जा विभाग इन परियोजनाओं को जल्दी पूरा करेगा। इस अवसर पर श्री आलोक, अतिरिक्त मुख्य सचिव ऊर्जा, ने एमओयू के बारे में एक प्रस्तुतीकरण दिया।

तेलंगाना राज्य के प्रमुख ऊर्जा सचिव श्री संदीप कुमार सुल्तानिया, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री आलोक गुप्ता, आरवीयूएनएल के सीएमडी श्री देवेन्द्र श्रृंगी और सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड के सीएमडी श्री एन. बलराम कार्यक्रम में उपस्थित रहे।

For more news: Rajasthan

Related Articles

Back to top button