अपने तीन साल का कार्यकाल पूरा होने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संविदाकर्मियों, उपनल और छात्रों के लिए तीन महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य सरकार के तीन साल पूरे होने पर छात्रों, युवा उपनलों और संविदाकर्मियों के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। स्नातक डिग्री प्राप्त युवाओं और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को आर्थिक सहायता दी जाएगी। उपनल और संविदाकर्मियों की नियमित नियुक्ति की नीति बनाई जाएगी।
अपने तीन साल का कार्यकाल पूरा होने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संविदाकर्मियों, उपनल और छात्रों के लिए तीन महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। राज्य सरकार प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों और स्नातक डिग्री प्राप्त युवाओं को धन देगी।
उनके रोजगारपरक कौशल को विकसित करने के लिए एक समर्पित मंच पर प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी। सरकार इसके लिए एक उच्चस्तरीय समिति बनाएगी। शीघ्र ही एक स्पष्ट नीति उपनल और संविदाकर्मियों की नियमित नियुक्ति के लिए बनाई जाएगी। इसके अलावा, राज्य के स्थानीय ठेकेदारों को ही दस करोड़ रुपये के सरकारी कार्य मिलेंगे।
परेड ग्राउंड में सेवा, सुशासन और विकास के तीन वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ये घोषणाएं कीं। बड़ी संख्या में लोग उत्साहित होकर कार्यक्रम में उपस्थित हुए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने भाषण में पहले उत्तराखण्ड के अमर बलिदानियों को सम्मान दिया और सरदार भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव को शहीद दिवस पर श्रद्धांजलि दी। उनका कहना था कि उत्तराखण्ड ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कई चुनौतियों का सामना करते हुए सफलता हासिल की है। हमारे राज्य ने इन तीन वर्षों में कई चुनौतियों के बावजूद कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल कीं और नए-नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं, जो आज पूरे देश में गूंज रहे हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने भाषण में कहा कि कभी-कभी प्रदेश में जातिवाद या क्षेत्रवाद की बातें सुनाई देती हैं क्योंकि कुछ लोग बोलने में सावधानी नहीं रखते। उनका कहना था कि उत्तराखण्ड में कोई भी व्यक्ति यदि जातिवाद या क्षेत्रवाद के खिलाफ बोलता है, तो वह अपनी मातृभूमि के खिलाफ बोलता है और उन आंदोलनकारी के साथ भी अन्याय करता है, जिन्होंने इस देश को बनाने के लिए अपनी जान दे दी।
उपलब्धियों और निर्णयों को क्रमशः प्रकाशित किया
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कार्यक्रम में सरकार के पिछले तीन वर्षों की उपलब्धियों को क्रमशः गिनाया। उनका कहना था कि पिछले तीन वर्षों में हमारी सरकार ने सड़कों, खेलों, पेयजल, हवाई कनेक्टिविटी, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों को मजबूत करने के लिए काम किया है। वहीं, राज्य में विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित ३० से अधिक नई नीतियां बनाई गई हैं और उत्तराखण्ड के सर्वांगीण विकास का व्यापक रोडमैप बनाया गया है।
इसलिए उत्तराखण्ड की प्रगति हर जगह दिखाई देती है। विशेष रूप से, उन्होंने अंत्योदय परिवारों को तीन गैस सिलेंडर, राज्य की महिलाओं को 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण, राज्य आंदोलनकारियों को 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण, वृद्धावस्था पेंशन, छात्रवृत्ति, सरकारी नौकरियों में खेल कोटे को फिर से शुरू करना और 207 प्रकार की पैथेलॉजिकल जांचों की निःशुल्क सुविधाओं का उल्लेख किया।
बेरोजगारी दर में रिकॉर्ड 4.4% की गिरावट
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्ष 2023-24 के सतत् विकास लक्ष्यों को हासिल करने के इंडेक्स में उत्तराखण्ड को मिले पहले स्थान और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में एचीवर्स और स्टार्टअप रैंकिंग में लीडर्स की श्रेणी का जिक्र करते हुए बेरोजगारी दर में रिकार्ड कमी बताई। उन्हें बताया कि उत्तराखण्ड की बेरोजगारी दर में रिकॉर्ड 4.4 प्रतिशत की कमी हुई है, जो राष्ट्रीय औसत से भी कम है।
उनका कहना था कि राज्य के सकल घरेलू उत्पाद में इस वर्ष 13.59% की वृद्धि हुई है, जो 2023-24 की तुलना में हमारे निरंतर आर्थिक सुधारों का परिणाम है। हमने प्रति व्यक्ति आय में 11.33 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है, जो राष्ट्रीय औसत से अधिक है। उन्हें ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट, राष्ट्रीय खेलों और जी-20 बैठकों की भी चर्चा हुई।
उन्होंने कहा कि समान नागरिक संहिता की पवित्र गंगा देवभूमि से बहने से देश को नई ऊर्जा और उत्साह मिल गया है। अपने भाषण में नकल विरोधी कानून का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इस कानून के अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं। धर्मांतरण और दंगा विरोधी कानूनों पर भी चर्चा हुई।
उन्होंने भू-कानून के बारे में कहा कि इससे देवभूमि को भू-माफियाओं से बचाया जा सकेगा। उनका कहना था कि हमने जनता से किए गए वादे पूरे किए हैं। 2022 में जारी अपने दृष्टि पत्र के लगभग 70% से अधिक वादों को कार्यान्वित करने में अब तक हम सफल रहे हैं। दूसरे वादे भी जल्द पूरे होंगे।
“सेवा, सुशासन और विकास के तीन वर्ष” का विमोचन
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सूचना एवं लोक संपर्क विभाग की विकास पुस्तिका, जिसका नाम “सेवा, सुशासन और विकास के 3 वर्ष” था, का विमोचन किया। इसमें पिछले तीन वर्षों में सरकार द्वारा जनहित में किए गए निर्णय, योजनाएं और उपलब्धियां शामिल हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी ‘देवभूमि रजत उत्सव—संकल्प से सिद्धि’ कलेण्डर का डिजिटल विमोचन किया और कंटेंट क्रिएटर कंपटीशन का डिजिटल शुभारंभ किया।
13 बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा में शामिल करने का सम्मान
इंटेन्सिव केयर सेंटर साधूराम इण्टर कॉलेज देहरादून में प्रवेशरत शिक्षा की मुख्यधारा से जुड़े 13 बच्चों को कार्यक्रम के दौरान बाल भिक्षावृति निवारण प्रयास में सम्मानित किया गया। लखवाड़ बहुद्देशीय परियोजना के तहत अधिग्रहित भूमि के भू स्वामियों को 10 करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि दी गई।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अटल आवास योजना के तहत लाभार्थियों को चेक और चाबी दी। लाभार्थियों को राज्य सरकार की कई जनकल्याणकारी योजनाओं से लाभ मिला, और सराहनीय काम करने वालों को प्रशस्ति पत्र भी दिए गए।
कलाकारों ने कार्यक्रम के दौरान सरकार के तीन वर्ष पूरे होने पर राज्य की संस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दीं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सरकार के तीन वर्ष पूरे होने पर कनक चौक से परेड ग्राउंड तक एक रोड शो में भाग लिया और कई स्टॉल देखा।
सभी जिलों में प्रदर्शन
सरकार के तीन वर्ष पूर्ण होने पर देहरादून में आयोजित मुख्य कार्यक्रम का प्रत्यक्ष प्रसारण सभी जनपदों में हुआ। जनपदों और ब्लॉकों तक कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था। लोगों ने स्वास्थ्य शिविरों और शिविरों सहित सरकार की कई जन कल्याणकारी योजनाओं से लाभ लिया। जनपद स्तरीय कार्यक्रमों में प्रभारी मंत्रियों और अन्य जनप्रतिनिधियों ने बतौर मुख्य अतिथि भाग लिया।
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