CM Atishi ने दिल्ली परिवहन निगम (DTC) के संविदा ड्राइवरों और कंडक्टरों की वेतनवृद्धि की घोषणा की है।
आम आदमी पार्टी की सरकार ने अगले साल होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बड़ा दांव चला है। CM Atishi ने दिल्ली परिवहन निगम (DTC) के संविदा ड्राइवरों और कंडक्टरों की वेतनवृद्धि की घोषणा की है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुद सीएम आतिशी ने इसकी जानकारी दी। उनका कहना था कि DTC के सभी ड्राइवरों को नई इलेक्ट्रिक बसों को चलाने के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्होंने यह भी वादा किया कि वरिष्ठ ड्राइवरों, खासकर सहायक टिकट निरीक्षकों (कंडक्टर) को नए इलेक्ट्रिक बस बेड़े में काम मिलेगा।
DTC संविदा ड्राइवर-कंडक्टर की सैलरी बढ़ी
दिल्ली की सीएम आतिशी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि सरकार ने डीटीसी कर्मचारियों की कई महत्वपूर्ण मांगों पर सहमति व्यक्त की है, जो हाल में अपनी कार्य स्थितियों के विरोध में हड़ताल पर चले गए थे। दिल्ली सरकार ने डीटीसी कर्मचारियों की बढ़ती मांग को देखते हुए संविदा ड्राइवरों और कंडक्टरों के वेतन में बढ़ोतरी के प्रस्ताव को सैद्धांतिक रूप से मंजूरी दी है, मुख्यमंत्री ने कहा। डीए और ग्रेड पे, जो पहले उनकी सैलरी का हिस्सा नहीं थे, इस प्रस्ताव में शामिल होंगे।
जानिए कि ड्राइवर-कंडक्टर का वेतन कितना बढ़ा है
आतिशी ने बताया कि संविदा ड्राइवरों को वर्तमान में 843 रुपये प्रतिदिन का वेतन मिलता है, जो 21,918 रुपये प्रति माह है। उन्हें ग्रेड पे या डीए नहीं मिलता था। दैनिक वेतन के बजाय, वे एक कंसोलिडेटेड रकम चाहते हैं। दिल्ली की मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने प्रस्ताव को मंजूरी दी है और कर्मचारियों को अगले एक या दो महीने में उनके ग्रेड पे के अनुसार वेतन मिलना शुरू होगा।
अब संविदा कंडक्टर को 29250 रुपये और ड्राइवर को 32918 रुपये मिलते हैं
आतिशी ने कहा कि प्रस्ताव में संविदा कंडक्टरों का वेतन 21,900 रुपये से 29,250 रुपये होगा। वहीं, संविदा ड्राइवरों को 21,918 रुपये की जगह 32,918 रुपये मिलेंगे। इस वेतन वृद्धि के दौरान दिल्ली सरकार 222 करोड़ रुपये खर्च करेगी। Attishy ने कहा कि सरकार इन संविदा कर्मचारियों को स्थायी करने के प्रस्ताव को निकट भविष्य में अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में है।
CM Atishi के अन्य विचार
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली की परिवहन व्यवस्था में डीटीसी बस सेवा का महत्वपूर्ण योगदान है। DC में 17,850 संविदा कंडक्टर और 4,500 संविदा ड्राइवर हैं। वे हाल ही में हड़ताल पर चले गए थे। हमने उनकी जायज मांगें सुनीं। मैं हड़ताल को समाप्त करने और हमारी अपील पर प्रतिक्रिया देने के लिए उन्हें धन्यवाद देना चाहता हूँ।
डीटीसी कर्मियों की अतिरिक्त मांगों पर भी विचार करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी मांगों को पूरा करने के लिए हम प्रयास कर रहे हैं। कर्मचारियों ने उठाए गए सबसे बड़े मुद्दों में से एक था सरोजिनी नगर पिंक बस डिपो में महिला डीटीसी कर्मचारियों का स्थानांतरण। आतिशी ने कहा कि सरकार ने हड़ताल का कारण बने विवाद का एक महत्वपूर्ण पहलू हल किया है, जिसमें कर्मचारियों को उनके मूल डिपो में वापस भेजा गया है।
दिल्ली की सीएम ने घर के पास तैनाती पर क्या कहा
आतिशी ने कहा कि कर्मचारियों ने अपने घरों के पास तैनाती की मांग की, जो एक और महत्वपूर्ण मुद्दा था। दिल्ली सरकार ने ड्राइवरों और कंडक्टरों के लिए ड्यूटी स्टेशन को व्यवहार्य बनाने की नई नीति बनाई है। उनका कहना था कि नई नीति का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि कर्मचारियों को उनके निकट डिपो में तैनात किया जाएगा।