CM Bhagwant Maan ने पंजाब की आर्थिक और सामाजिक प्रगति में युवा लोगों को सक्रिय रूप से शामिल करने की प्रतिज्ञा दोहराई।
- युवक मेले में कृषि विश्वविद्यालय में संत राम उदासी की कविता सुनकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया
- युवा लोगों को सफलता के बावजूद दृढ़ रहने की प्रेरणा दी
पंजाब के CM Bhagwant Maan ने कहा कि राज्य सरकार लगातार पंजाब के सामाजिक-आर्थिक विकास में युवा लोगों को शामिल करने की कोशिश कर रही है।
लुधियाना के कृषि विश्वविद्यालय में अंतर-क्षेत्रीय युवक मेले में मुख्यमंत्री ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि युवा हर क्षेत्र में सफल हो सकते हैं और उनकी प्रतिभा का सही उपयोग करना चाहिए। उनका कहना था कि युवा लोग विमान की तरह हैं और राज्य सरकार उन्हें जीवन में आगे बढ़ने का अवसर देगी। सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब के विद्यार्थी चैन से नहीं बैठेंगे जब तक उनके लक्ष्य नहीं पूरे होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अच्छे काम के लिए कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी और युवाओं के विचारों को पंख देने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। सीएम भगवंत सिंह मान ने युवा लोगों से कहा कि वे समाज में अपनी अलग पहचान बनाने के लिए निरंतर प्रयास करें। उन्होंने युवा लोगों से कहा कि वे विनम्र रहें और सफलता के लिए सख्त मेहनत करें, अपनी जीत पर गर्व न करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके लिए यहां आना गर्व का विषय है क्योंकि वे ऐसे युवा मेले की उत्पत्ति हैं। उसने कॉलेज के दिनों को याद करते हुए कहा कि युवक मेले एक व्यक्ति की पूरी व्यक्तित्व को विकसित करने का महत्वपूर्ण मंच होते हैं। उनका कहना था कि इन मेले ने उन्हें राजनेता और कलाकार के रूप में सफल बनाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को इन मंचों का उपयोग करके समग्र विकास करना चाहिए। सीएम भगवंत सिंह मान ने बताया कि उन्होंने भी कई युवा मेलों में भाग लिया और अपने कॉलेज के लिए ट्रॉफियां जीतीं। उनका कहना था कि उनका एकमात्र प्यार जीतना था और वे हमेशा सकारात्मक सोच से जीतने की प्रेरणा रखते थे।
मुख्यमंत्री ने युवा लोगों से कहा कि वे सब कुछ करेंगे, क्योंकि अंत में उनका प्रदर्शन ही मायने रखता है। भगवंत सिंह मान ने युवा लोगों को सफलता मिलने पर भी दृढ़ रहने और कड़ी मेहनत करने की सलाह दी, क्योंकि यही सफलता की कुंजी है। उनका कहना था कि ये युवा मुझे अच्छे इंसान बनने का मंच देते हैं।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उनके पिता विज्ञान शिक्षक थे और वे चाहते थे कि उच्च शिक्षा प्राप्त करें। लेकिन कला और संस्कृति के प्रति उनके प्रेम ने उन्हें इस क्षेत्र में सफल बनाया। उन्होंने युवा लोगों से पुरानी दोस्ती, संबंधों और शिक्षकों का सम्मान करने का आह्वान किया, भले ही वे कितनी भी उच्च पदों पर पहुंच गए हों।
मुख्यमंत्री ने पंजाब को विश्व स्तर पर अग्रणी राज्य बनाने के लिए युवाओं से सक्रिय रूप से भाग लेने और राज्य सरकार का समर्थन करने की अपील की। उनका कहना था कि पंजाब के युवा लोगों में बहुत शक्ति और प्रतिभा है, जो हमेशा राज्य को देश में अग्रणी बनाए रखने के लिए प्रेरित किया है। उन्होंने कहा कि युवा राज्य और समाज के सामाजिक-आर्थिक विकास में सकारात्मक योगदान देने का समय आ गया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब सरकार राज्य की भलाई और प्रगति के लिए प्रतिबद्ध है और इस अच्छे काम में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके पूर्ववर्ती नेता युवाओं की परवाह नहीं करते थे, इसलिए वे कभी ऐसे कार्यक्रमों में भाग नहीं लेते थे। लेकिन उनकी सरकार समग्र युवा विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है, इसलिए वे ऐसे समागमों में जल्दी शामिल हो रहे हैं। सीएम भगवंत सिंह मान ने कहा कि नौजवानों के कल्याण के लिए धन की कोई कमी नहीं है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर छात्रों की मांग पर पंजाबी कवि संत राम उदासी की कविता “मगदा रही वे सूरजा कमियां दे विहड़े” अपने कॉलेज के साथी और कलाकार करमजीत अनमोल के साथ मंच पर सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। जब वे कॉलेज में थे, वे कई प्रतियोगिताओं में यह कविता सुनाते थे, उन्होंने कहा कि यह क्रांतिकारी कविता उनके दिल के बहुत करीब है। मुख्यमंत्री ने अपने बचपन का स्मरण करते हुए दो मिनट तक मंच पर कविता सुनाई, जो श्रोताओं को एकजुट रखा। मुख्यमंत्री की इस अद्भुत प्रस्तुति को इस दौरान उपस्थित छात्रों, शिक्षकों और अन्य गणमान्य लोगों ने जमकर प्रशंसा की।