CM Bhagwat Mann
- बेअदबी के मामले पर ताज़ा रिपोर्ट जल्द दाखिल की जाएगी
- सभी संबंधितों से सलाह-मशविरा कर लाई जाएगी नई कृषि नीति
- डीएपी खाद पर बेबुनियाद, गैर-जिम्मेदाराना और तर्कहीन बयानबाज़ी के लिए जाखड़ की निंदा
- पिछली सरकारों द्वारा शुरू की गई ओटीएस योजनाएं महज खानापूर्ति थीं
- सर्वसम्मति से चुनी गई पंचायतों को 5-5 लाख रुपये की ग्रांट देने की घोषणा
- अग्निशमन स्टाफ में महिलाओं की भर्ती के लिए नियमों में ढील देने का वादा पूरा किया
पंजाब के CM Bhagwat Mann ने आज कहा कि राज्य सरकार बेअदबी की घटनाओं के दोषियों को मिसाली सज़ा दिलाने के लिए दृढ़ संकल्पित है और इस मामले पर ताज़ा रिपोर्ट जल्द ही दाखिल की जाएगी। पंजाब विधानसभा सत्र के दौरान बहस में हिस्सा लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार को बेअदबी की घटनाओं में बड़े सुराग मिले हैं और ताज़ा रिपोर्ट यह सुनिश्चित करेगी कि दोषियों को उनके अपराधों की मिसाली सज़ा मिले। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की यह रिपोर्ट कानूनी जांच के लिए पहले ही भेजी जा चुकी है ताकि इस अपराध के लिए जिम्मेदार लोग कानून की पकड़ से बच न निकलें। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब इस घिनौने अपराध के दोषी जेल की सलाखों के पीछे होंगे। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों के उलट वे इस मामले में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे।
इस संवेदनशील मामले पर नरम रुख अपनाने के लिए पिछली सरकारों की कड़ी आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सरकारों की ढिलाई के कारण ना-माफीयोग्य अपराध कर सिखों के दिलों को ठेस पहुंचाने वाले जिम्मेदार लोग अभी भी आज़ाद घूम रहे हैं। राज्य में बेअदबी की घटनाओं के दोषियों को सज़ा दिलाने के लिए अपनी सरकार की दृढ़ संकल्प को दोहराते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार का यह कर्तव्य है कि घिनौने अपराध के दोषियों को कड़ी सज़ा दी जाए। भगवंत सिंह मान ने कहा कि जो भी व्यक्ति अपराध में शामिल है, उसे अपराधों की कड़ी सज़ा दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार बिना सोचे-समझे और लोगों की सलाह के बिना अपनी नीतियां लागू करती है जबकि इसके विपरीत राज्य सरकार लोगों की सलाह के साथ ही नीतियां बनाती है। उन्होंने कहा कि राज्य की कृषि नीति का खाका सभी संबंधितों के साथ सलाह-मशविरा के बाद तैयार किया जा रहा है क्योंकि औद्योगिक नीति भी उद्योगपतियों से सलाह-मशविराह के बाद लागू की गई थी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार कैबिनेट रैंक के चेयरमैन के साथ औद्योगिक सलाहकार आयोग गठित करने पर विचार कर रही है जिसमें बड़े उद्योगपति भी शामिल किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायत चुनाव जल्द ही कराए जाएंगे और ये उम्मीदवार पार्टी के चुनाव चिह्न के बिना चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि इससे गांवों में गुटबंदी दूर होगी और गांवों का सर्वांगीण विकास होगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार ने बड़े जनहित के लिए उम्मीदवारों को पार्टी के चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ने से रोक दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भी गांव सर्वसम्मति से पंचायत का चुनाव करेगा, उस गांव को 5 लाख रुपये की ग्रांट के अलावा स्टेडियम या स्कूल या अस्पताल दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने वैट के लंबित मामलों के लिए एकमुश्त निपटान योजना (ओटीएस) को सफलतापूर्वक लागू किया है। उन्होंने कहा कि इस ओटीएस के माध्यम से पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले सरकार ने 164 करोड़ रुपये से अधिक कमाए हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में भी नई ओटीएस लाई जाएगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पिछली सरकारों के दौरान ऐसी एकमुश्त निपटान योजनाएं सिर्फ छलावा होती थीं क्योंकि इनका किसी को कोई लाभ नहीं मिलता था।
मुख्यमंत्री ने ‘फायर एंड इमरजेंसी सर्विस बिल’ पेश किया जिसे विधानसभा द्वारा सर्वसम्मति से पास किया गया। उन्होंने कहा कि यह एक ऐतिहासिक पहल है जो राज्य में महिला सशक्तिकरण को और अधिक सुनिश्चित करने के लिए मार्ग प्रशस्त करेगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह बिल समय की आवश्यकता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि महिलाएं देश के सामाजिक आर्थिक विकास में सक्रिय भागीदार बन सकें।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि फायर ब्रिगेड स्टाफ में महिलाओं की भर्ती के लिए शारीरिक मानकों को बदलने के लिए नियमों में आवश्यक संशोधन किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में से किसी ने भी इन नियमों को बदलने की जहमत नहीं उठाई क्योंकि उन्हें लोगों की समस्याओं की कोई परवाह नहीं थी। भगवंत सिंह मान ने घोषणा की कि फायर ब्रिगेड स्टाफ में लड़कियों की भर्ती करने वाला पंजाब देश का पहला राज्य होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुधार समय की आवश्यकता है क्योंकि स्काई स्क्रेपर्स और भीड़-भाड़ वाली सड़कों के मद्देनजर फायर ब्रिगेड को आधुनिक किस्म के वाहन मुहैया कराए जाने हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आम आदमी की भलाई के लिए अपने कार्य में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए तैयार है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य के सर्वांगीण विकास और लोगों की खुशहाली के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
भाजपा नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए मुख्यमंत्री ने विधायक संदीप जाखड़ को चुनौती दी कि वे अपने अंकल और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ को कोई बयान देने से पहले तथ्यों की पुष्टि करने के लिए कहें। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उनके द्वारा केंद्रीय मंत्री जे.पी. नड्डा के पास यह मुद्दा उठाने के बाद राज्य में डीएपी खाद की सप्लाई शुरू हो गई थी। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर भाजपा नेता बेबुनियाद, गैर-जिम्मेदाराना और तर्कहीन बयान दे रहे हैं, जो गैर-वाजिब और निरर्थक हैं।