मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सम्राट विक्रमादित्य का धर्म ध्वज और पुस्तिका, “भारत का नववर्ष – विक्रम संवत्” का विमोचन किया।

मंत्रि-परिषद की बैठक मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में वंदे-मातरम के गान के साथ शुरू हुई।
मंत्रि-परिषद की बैठक, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में, मध्यप्रदेश विधानसभा के कैलाश समिति कक्ष क्रमांक-1 में वंदे मातरम के गान से शुरू हुई। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंत्रि-परिषद की बैठक से पहले विक्रमादित्य ध्वज और पुस्तिका, “भारत का नव वर्ष विक्रम संवत” का विमोचन करते हुए कहा कि 30 मार्च को पूरे प्रदेश में गुड़ी पड़वा का त्योहार हर्षोल्लास से मनाया जाएगा, और मंत्रीगण अपने जिलों में गुड़ी पड़वा पर कार्यक्रमों में भाग लेंगे। 12 अप्रैल से 13 अप्रैल को नई दिल्ली में विक्रम महोत्सव का एक विशेष आयोजन होगा, जिसमें सम्राट विक्रमादित्य पर केंद्रित एक महानाट्य की प्रस्तुति होगी। प्रदेश के प्रमुख शहरों में भी महानाट्य की प्रस्तुति की जाएगी, जो सम्राट विक्रमादित्य के व्यक्तित्व और शासन व्यवस्था के विभिन्न पहलुओं पर केंद्रित होगा। सम्राट विक्रमादित्य पर केंद्रित महानाट्य को सेक्टर वार इन्वेस्टर्स समिट और अन्य महत्वपूर्ण अवसरों पर भी प्रस्तुत किया जाएगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विमोचित पुस्तिका, “भारत का नव वर्ष विक्रम संवत” के बारे में बताते हुए कहा कि पुस्तिका में विक्रम संवत, काल गणना की प्रणाली, प्राचीन यंत्रों, वैदिक घड़ी आदि का विस्तार से विवरण है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विक्रम संवत में तिथियों का महत्व, पर्वों और त्योहारों का निर्धारण और काल गणना की प्रक्रिया पर चर्चा की।
संभागवार औद्योगिक इकाइयों की स्थापना की प्रक्रिया जारी रहेगी
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि निवेश प्रस्तावों को धरातल पर बदलने के लिए काम जारी है। 21 मार्च को ग्वालियर में 18 औद्योगिक इकाइयों का उद्घाटन हुआ। जिनमें ग्यारह मुरैना, सात ग्वालियर और एक इकाई का भिंड में भूमिपूजन हुआ। इस क्रम में कल उज्जैन संभाग की 25 इकाइयों (उज्जैन की 13 और अन्य स्थानों की 12) का भूमि-पूजन होगा। यह क्रम हर समय जारी रहेगा।
614 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में 26वीं ओंकारेश्वर वन संग्रहालय बनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि राज्य सरकार वन्यजीवों और पर्यावरण को बचाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस दौरान राज्य सरकार ने दो अभयारण बनाए, अब वन संसाधन बनाने की ओर बढ़ रही है। इसके तहत राज्य की 26वीं वनस्पति संग्रहालय ओंकारेश्वर में 614 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में बनाई जा रही है। इस पूरे क्षेत्र में कोई गांव नहीं है। इसे टाइगर रिजर्व बनाया जाएगा।
सार्वजनिक स्थानों पर प्याऊ
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गर्मियों के दौरान ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों में पेयजल की उपलब्धता की निरंतर समीक्षा की और आवश्यकतानुसार तत्काल उपयुक्त समाधान करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर पशुओं के लिए पीने का पानी भी उपलब्ध होना चाहिए। उन्होंने बावड़ियों, कूंए, तालाबों और अन्य जल स्रोतों का बेहतर रखरखाव करने के निर्देश भी दिए, साथ ही जनता को जल गंगा अभियान में शामिल होने के लिए प्रेरित करने के लिए भी कहा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि गत दिवस ओलावृष्टि से 400 से अधिक गांवों में फसल नुकसान की सूचना मिली है, इसलिए फसल नुकसान का सर्वे कर तत्काल आपदा राहत दी जाएगी।
For more news: MP