CM Hemant Soren ने भाजपा पर ‘छाया अभियान’ चलाकर राज्य और उनकी छवि को बदनाम करने का आरोप लगाया
झारखंड की 81 सदस्यीय विधानसभा का पहला चरण चुनाव होगा। यहां के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भाजपा पर ‘छाया अभियान’ चलाकर राज्य और उनकी छवि को बदनाम करने का आरोप लगाया। लेकिन भगवा पक्ष ने कहा कि झामुमो नेता ने विधानसभा चुनावों में पहले से हार मान ली है।
95 हजार व्हाट्सएप ग्रुप हमारे खिलाफ बनाए
CM सोरेन ने कहा कि भगवा खेमा ने राज्य में झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन के खिलाफ प्रचार करने के लिए 95 हजार व्हाट्सएप ग्रुप बनाए हैं और विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर करोड़ों रुपये खर्च किए हैं। साथ ही, उन्होंने दावा किया कि तानाशाहों के पास शायद अरबों रुपये हों। हमारा मानना है कि सिद्धांतों पर अडिग रहने के बजाय गलत तरीके से जीत हासिल करना बेहतर है।
भाजपा का पलटवार
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता दीपक प्रकाश ने मुख्यमंत्री पर पलटवार करते हुए कहा, ‘सोरेन के पोस्ट उनकी हताशा और निराशा को दिखाते हैं। वह ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि उनका संघर्ष विफल हो गया है। आरोप सच्चे नहीं हैं, झूठे हैं और मनगढ़ंत हैं।’
सोरेन ने एक के बाद एक कई आरोप लगाए, जब राज्य के 81 विधानसभा क्षेत्रों में से 43 पर पहली बार मतदान हो रहा था। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा, ‘मैं आपके सामने एक जरूरी रिपोर्ट पेश करना चाहता हूं। भाजपा ने ‘छाया अभियान’ नामक फेसबुक विज्ञापनों में मेरी और राज्य की छवि को बदनाम करने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए हैं।’
उसने कहा कि पिछले 30 दिनों में झारखंड चौपाल, रांची चौपाल जैसे विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट से 72 लाख रुपये के विज्ञापन दिए गए हैं। जब आप इनकी सामग्री देखेंगे, तो आप जानेंगे कि उनका एकमात्र लक्ष्य मेरी और राज्य की छवि को बदनाम करना, धार्मिक उन्माद फैलाना और लोगों को आपस में लड़ाना है।’
हमने प्रचार पर कोई पैसा नहीं खर्च किया।उन्होंने दावा किया कि शिकायत चुनाव आयोग में दर्ज करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। साथ ही 95,000 से अधिक WhatsApp ग्रुप बनाकर राज्य और उसके नागरिकों की छवि निरंतर खराब की जा रही है। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि भाजपा ने अपनी छवि को बदनाम करने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए, लेकिन उन्होंने किसी भी प्रचार पर एक रुपया भी नहीं खर्च किया, जो किसी भी सोशल मीडिया विज्ञापन लाइब्रेरी में देखा जा सकता है।
तानाशाहों ने फर्जी दवा और टीके बेचकर अरबों रुपये कमाए
झामुमो नेता ने कहा, ‘हमारा मानना है कि अनुचित तरीकों से जीतने से बेहतर है कि आप अपने सिद्धांतों पर कायम रहें। तानाशाहों ने अरबों रुपये नकली टीके और दवाएं बेचकर कमाए होंगे, लेकिन इससे कभी भी वास्तविक प्रगति नहीं होगी। मेरी असली ताकत आप लोग हैं। आपने जब से मैं जेल गया तब से आज तक मेरा साथ दिया है, इसके लिए मैं आप सभी का बहुत आभारी हूँ।’
सोरेन ने एक और लेख में कहा कि झामुमो ने कभी भी भाजपा नीत एनडीए की तरह विभाजनकारी राजनीति में भाग लेने की इच्छा नहीं व्यक्त की है। “हिंसा का रास्ता चुनना आसान है, लेकिन यह कायरता का प्रतीक है,” उन्होंने कहा। आज भाजपा नीत एनडीए धार्मिक मुद्दों और पड़ोसी देशों के साथ विवादों को उठाकर केवल जनता का ध्यान भटकाना चाहता है क्योंकि उनके पास कोई वास्तविक मुद्दे नहीं हैं। उनके पास बेरोजगारी, सीमा पार से घुसपैठ और बढ़ती महंगाई जैसे गंभीर मुद्दों का कोई हल नहीं है। वे बांग्लादेशी भगोड़ों को शरण देते हैं, और बांग्लादेश के साथ सीमा की रक्षा करने में असफल रहने के बाद वे अब दूसरों को दोष दे रहे हैं।’
झामुमो नेता ने विधानसभा चुनावों में घुसपैठ के नैरेटिव पर भी हमला बोला और कहा कि झारखंड बांग्लादेश से सैकड़ों किलोमीटर दूर है, लेकिन पड़ोसी देश भाजपा के करीब लगता है। उन्होंने मतदाताओं से झामुमो का समर्थन करने की अपील की और वादा किया कि अगले पांच सालों में दस साल काम करेंगे ताकि प्रगति को कोई भी बाधा नहीं डालेगा।
1.37 करोड़ लोग पहले चरण के मतदान में भाग लेने की संभावना है।