मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय: छत्तीसगढ़ में गौमांस बेचने वालों पर कार्रवाई की गई। एक घर में रेड डाला गया। आरोपियों को गिरफ्तार कर केस दर्ज किया गया।
रायपुर के मोमिनपारा में कथित रूप से गौमांस की बिक्री की जाती थी। जानकारी मिलने पर मकान को पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की एक टीम ने घेर लिया और लोगों को गिरफ्तार कर लिया। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने खुद गौमांस बेचने वालों की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
‘एक्स’ पर विष्णुदेव साय ने लिखा, ”राजधानी रायपुर में गौमांस बिक्री के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह न केवल एक गंभीर अपराध है, बल्कि यह सामाजिक सद्भाव और पुरानी आस्था को भी खराब करता है। गौमाता की तस्करी करने वाले लोगों को सुधारना चाहिए या छत्तीसगढ़ छोड़ देना चाहिए। ऐसे अपराधियों को राज्य में स्थान नहीं है।”
राजधानी रायपुर में गौमांस बिक्री के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह न केवल गंभीर अपराध है, बल्कि यह सनातन आस्था और सामाजिक सद्भाव को गहरा आघात पहुंचाने वाला कृत्य है।
गौमाता की तस्करी करने वाले या तो सुधर जाएं या छत्तीसगढ़ छोड़ दें। ऐसे अपराधियों की प्रदेश में कोई जगह…
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) January 10, 2025
छह लोगों को किया गया गिरफ्तार
पुलिस टीम मौके पर पहुंचते ही कई लोग भाग गए। तलाशी के दौरान गौमांस, चाकू और तराजू बरामद हुए हैं। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह कुछ लोगों को मांस बेचता था। इस मामले में अब तक छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। कई सामान भी बरामद हुए हैं। कुछ नकद भी बरामद किया है।
आरोपियों के खिलाफ बीएनएस और छत्तीसगढ़ कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम की संबंधित धाराएं के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस पूछताछ करने के अलावा अन्य कार्रवाई कर रही है।
गौहत्या के खिलाफ सरकार की गाइडलाइन
सत्ता में आने के बाद विष्णुदेव साय की बीजेपी सरकार ने एक दिशानिर्देश जारी किया। यह गौहत्या और गौमांस की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने से जुड़ा था। डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने इसकी घोषणा की, जिन्होंने कहा कि राज्य में गौहत्या करने वालों और गौमांस बेचने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। आरोपियों को 50 हजार रुपये का जुर्माना और जेल भी होगी।
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