CM Yogi Adityanath: जनपद वाराणसी में गंगा किनारे प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा सिहोर वाले के श्री शिव महापुराण कथा कार्यक्रम में सम्मिलित हुए
- इस पावन कथा ने साबित किया कि लोग देश-धर्म की बात सुन रहे, यहां पर जाति, सम्प्रदाय का भेदभाव नहीं
- इन कथाओं से राष्ट्रीय एकता को सम्बल मिलता तथा राष्ट्र धर्म को मजबूती मिलती
- मुख्यमंत्री ने श्री काशी विश्वनाथ एवं श्री काल भैरव मंदिर में दर्शन पूजन किया
- गंगा द्वार से मुख्यमंत्री क्रूज पर सवार हो डोमरी पड़ाव कथा स्थल पर पहुंचे
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी आज डोमरी पड़ाव, जनपद वाराणसी में गंगा किनारे प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा सिहोर वाले के श्री शिव महापुराण कथा कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। कथा स्थल पर सतुआ बाबा ने मुख्यमंत्री जी का स्वागत किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने श्री शिव महापुराण कथा श्रवण करने का अवसर प्राप्त होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि श्री शिव महापुराण कथा का भगवान श्री काशी विश्वनाथ, मां अन्नपूर्णा के साथ ही मां गंगा भी श्रवण कर रही हैं। मुख्यमंत्री जी ने कथा स्थल पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ की ओर संकेत करते हुए कहा कि यहां पर जाति, सम्प्रदाय का भेदभाव नहीं है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हम सब एक होकर इस कथा के जरिए स्वयं को राष्ट्र के लिए समर्पित कर रहे हैं। कथा ऐसे लोगों को जवाब है, जो कहते है कि लोग जातियों में बंटे हुए हैं। इस कथा को सिर्फ भक्त ही नहीं सुन रहे हैं, महादेव भी सुन रहे हैं। बाबा भैरवनाथ, काल भैरव, मां गंगा और मां अन्नपूर्णा भी सुन रही हैं। हमें जाति के नाम पर बांट रहे लोगों की आंख खोलने के लिए यह कथा पर्याप्त है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भगवान वेदव्यास ने पुराण और उप पुराणों की रचना की शुरुआत की। भगवान वेदव्यास ने कहा था कि मैं दोनों हाथ उठाकर बोल रहा हूं कि धर्म के मार्ग का अनुसरण करो। धर्म से अर्थ और काम की सिद्धि हो सकती है। इस पावन कथा ने साबित किया है कि लोग देश धर्म की बात सुन रहे हैं। व्यास पीठ अगर सुनाने को तैयार हैं, तो भक्त सुनने को भी तैयार हैं। इन कथाओं से राष्ट्रीय एकता को सम्बल मिलता है तथा राष्ट्र धर्म को मजबूती मिलती है।
इसके पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने श्री काशी विश्वनाथ एवं श्री काल भैरव मंदिर में दर्शन पूजन किया। उन्होंने षोडषोपचार विधि से बाबा विश्वनाथ का रुद्राभिषेक किया। गंगा द्वार से वे क्रूज पर सवार हो डोमरी पड़ाव कथा स्थल पर पहुंचे।
इस अवसर पर आयुष एवं खाद्य सुरक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ0 दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, स्टाम्प, पंजीयन एवं न्यायालय शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रवीन्द्र जायसवाल तथा अन्य जनप्रतिनिधिगण सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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