Cyber Crime news: मित्र से साइबर ठगी सीखी, फिर पांचवीं पास हुए “कबाड़ी” ने डीयू के विद्यार्थियों को 40 हजार का चूना लगाया
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Cyber Crime:नॉर्थ जिले के साइबर थाने ने साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है जो जानकार या रिश्तेदार बनकर ठगी करते थे। आरोपी सद्दाम खान है। वह मथुरा के देवसेरस में रहता है। आरोपी ने एक डीयू छात्रा से ४० हजार रुपये ठगी की थी। आरोपी से तीन सिमकार्ड, दो मोबाइल फोन और अन्य सामान बरामद किए गए हैं।
पिता का दोस्त बनकर चार सौ रुपये का चूना लगाया
डीसीपी उत्तर मनोज कुमार मीना ने बताया कि डीयू की छात्रा ने एक अनजान नंबर से फोन किया। आरोपी ने छात्रा के पिता का एक मित्र बताया। आरोपी ने कहा कि उसे पिता को पांच हजार रुपये वापस देने चाहिए थे। पिता ने उसके यूपीआई खाते में पैसे डालने के लिए उसका नंबर दिया है। आरोपी पर भरोसा करके UPI खाते की जानकारी दी। पीड़िता के मोबाइल पर तुरंत एक एसएमएस आया। उन्होंने बताया कि उसके खाते में पच्चीस हजार रुपये आए हैं।
यदि आप गलती से ये तीन डिजिट दबाते हैं तो आपका बैंक अकाउंट खाली हो जाएगा, क्योंकि यह विधि “Cyber Crime” है।
जब छात्रा संदेश देख ही रही थी, आरोपी ने पीड़िता को फोन कर बताया कि पांच हजार रुपये के बदले उसके खाते में पच्चीस हजार रुपये डाल दिए गए हैं। वह गलती से मिले बाकी पैसे वापस कर दे। पीड़िता आरोपी से बहक गई। बिना खाते की जाँच किए, उसने आरोपी के यूपीआई लिंक पर चालिस हजार रुपये भेजे। ठगी का अहसास बाद में हुआ।
काम करता था एसएचओ पवन तोमर और उनकी टीम ने आरोपी केस दर्ज करके कॉलर की लोकेशन का पता लगाया। टीम देवसेरस पहुंची। आरोपी को वहाँ से गिरफ्तार कर लिया गया। पता चला कि आरोपी खुद एक कबाड़ी था। बाद में उसने अपने दोस्तों से साइबर ठगी का ज्ञान लिया और खुद भी अपराध करने लगा। उसने सबसे पहले फर्जी पतों पर निकाले गए सिमकार्ड की जांच की।
उसने ओडिशा, असम और पश्चिम बंगाल में फर्जी पतों पर खोले गए बैंक खातों को भी खरीदा। बाद में, वह इन खातों में ठगी की रकम डालकर एटीएम से पैसे निकाल लेता था। आरोपी पांचवीं क्लास में पढ़ा है। उसने अपने गाँव के लड़कों से साइबर ठगी की कला सीखी। read more