Vishwakarma Jayanti के बाद इन उपायों को करने से व्यापार में लाभ मिलता है, शाम के समय के पूजा मुहूर्त
Vishwakarma Jayanti Upay: सनातन धर्म में भगवान विश्वकर्मा की पूजा बहुत महत्वपूर्ण है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, ये कन्या संक्रांति पर पैदा हुए थे. अगर आप सुबह इनकी पूजा नहीं कर पाए तो शाम के मुहूर्त को देखें और धन लाभ के उपाय भी देखें।
Vishwakarma Jayanti: सनातन धर्म में भगवान विश्वकर्मा की पूजा बहुत महत्वपूर्ण है। माना जाता है कि ये ब्रह्मांड से उत्पन्न हुए हैं। धार्मिक साहित्य के अनुसार भगवान विश्वकर्मा का जन्म कन्या संक्रांति पर हुआ था, इसलिए हर साल इस दिन भगवान विश्वकर्मा पूजा का त्योहार मनाया जाता है। व्यापारी इस दिन कार्यस्थल पर मशीनरी की पूजा कर भगवान विश्वकर्मा का आशीर्वाद लेते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान विश्वकर्मा ने स्वर्गलोक, पुष्पक विमान और कुबेरपुरी को बनाया है। अगर आपने अभी पूजा कर ली है तो सही है, लेकिन अगर अभी तक आपने पूजा नहीं की है तो आप इन मुहूर्तों में शाम तक पूजा कर सकते हैं। माना जाता है कि इनकी पूजा करने से व्यक्ति को आर्थिक और व्यावसायिक लाभ मिलता है। आप सुबह गोधूलि 6.22 से 6.48 और शाम को 6.30 से 6.55 तक इनकी पूजा कर सकते हैं। लोग इस खास अवसर पर भगवान विश्वकर्मा की पूजा करते हैं। कथा को पूजा के दौरान पढ़ने से साधक को व्यवसाय में बहुत सफलता मिलती है।
माना जाता है कि इनकी पूजा करने से व्यापार और नौकरी में लाभ मिलता है।
माना जाता है कि शुभ मुहूर्त में भगवान विष्णु की पूजा करने के बाद सबसे पहले फल, जल और भोजन देना चाहिए।
व्यापार में लाभ के लिए घर, दुकान या बिजनेस की मशीनरी की पूजा करने और उनके वैदिक मंत्र का जाप करने से बौद्धिक क्षमता भी बढ़ती है।
इस दिन मिठाई और फल आदि खाकर गरीबों को दान करने से धन मिलता है।