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Dr. Banwari Lal: गरीबों, युवाओं, महिलाओ व किसानों को समर्पित है बजट

Dr. Banwari Lal

  • स्वरोजगार स्थापित करने के लिए युवाओं को मिलने वाले ऋण की सीमा   बढ़ाकर की 20 लाख
  • देश को विकसित राष्ट्र बनने की राह में आगे बढने में मिलेगी मजबूती

चण्डीगढ, 23 जुलाई- हरियाणा के जनस्वास्थ्य एवं लोक निर्माण मंत्री डा. बनवारी लाल ने कहा कि केन्द्रीय वित्त मंत्री द्वारा आज लोकसभा में पेश किए गए वर्ष 2024-25 के अंतरिम बजट का स्वागत करते हुए कहा कि महिलाओं और लड़कियों को लाभ पहुंचाने वाली योजनाओं के लिए 3 लाख करोड़ रुपए का बजट आंबटित किया गया है। महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए कामकाजी छात्रावास बनाए जाएगें।

जनस्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह बजट देश को विकसित राष्ट्र बनने की राह में आगे बढाने में मजबूती देगा और भारत में लोकतंत्र मजबूत होगा। इसके अलावा देश युवा शक्ति के साथ आगे बढ़ते हुए निश्चित रूप से वर्ष-2047 तक विकसित राष्ट्र बनेगा। इस बार का बजट गरीबों, युवाओं, महिलाओं तथा किसानों के कल्याण के लिए समर्पित है।

जनस्वास्थ्यय मंत्री ने कहा कि बजट में शिक्षा, रोजगार और कौशल के लिए 1.48 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है ताकि हमारे युवा स्वावलम्बी बनकर देश को भी आत्मनिर्भर बनाने में अपना अहम योगदान दे सके। उन्होंने कहा कि औपचारिक क्षेत्रों में पहली बार नौकरी करने वाले युवाओं को 15 हजार रुपए दिये जाएगें।

डा. बनवारी लाल ने कहा कि देश के युवाओं में कौशल को विकसित करने के लिए कौशल योजना में प्रधानमंत्री पैकेज के तहत 20 लाख युवाओं को स्किल ट्रेनिंग देकर निपुण बनाया जाएगा। इसके अलावा सरकार युवाओं को उच्च शिक्षा के लिए 10 लाख रुपये तक का ऋण भी प्रदान करेगी, जिससे हमारे युवा उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे।

उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों को सशक्त व मजबूत बनाने के लिए बजट में खेती और उससे जुड़े सेक्टरों के लिए 1.52 लाख करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। देश के हर गरीब को भोजन मिले इसी उद्देश्य से सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को पांच साल के लिए बढ़ाने का निर्णय लिया है।

जनस्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बजट में पीएम आवास योजना के अंतर्गत शहरी गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों के लिए एक करोड़ घर बनाए जाएगें। केंद्रीय बजट में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 3 करोड़ अतिरिक्त आवास बनाने की भी घोषणा की गई है। उन्होंने कहा कि स्वरोजगार स्थापित करने के लिए युवाओं को मिलने वाले मुद्रा ऋण की सीमा 10 से बढ़ाकर 20 लाख किया गया है ताकि युवा इस स्कीम का लाभ लेकर अपना व्यवसाय शुरू कर सकें।

source: https://prharyana.gov.in

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